अयोध्या की तर्ज पर बिलासपुर में तैयार हो रहा भव्य राम मंदिर, 22 को प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या की तर्ज पर राम भक्त परिजात कॉलोनी में राम मंदिर बनवा रहे हैं। इस मंदिर की तैयारी जोरों से चल रही है। खास बात यह है कि यह मंदिर उसी तरह दिखेगा, जिस तरह अयोध्या में बन रहा है। यहां भी भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। इसके लिए रंग-रोगन से लेकर श्रीराम लिखा हुआ ईंट से मंदिर तैयार किया जा रहा है।
जगमगाएंगे 2 हजार दीप
भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन श्री राम आनंद उत्वस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन 2 हजार दीपक जलाए जाएंगे। इसके लिए अलग-अलग तरह के स्टैंड तैयार किए गए हैा। इसमें कांच के ग्लास में मोम डालकर दीए बनाए हुए हैं। साथ ही संकीर्तन नृत्य होगा और भजन होंगे। इस मंदिर को बनाने में साईं मावली परिवार के 25-30 लोग लगातार काम कर रहे।
इनका है विशेष सहयोग
इस मंदिर को बनाने में सचिन पराते, प्रकाश हार्डीकर, प्रतुल काले, श्रीकांत मजुमदार, मधुकर रुद्रकार, अनुराधा राव, प्रणौती महापात्रा, स्वाति करंबेलकर, मंजीरी खर्डैनवीस, समीर भुरंगी, विवेक कलस्कर, प्रबोध राव, शिरीष राचेलवार, विशाल, राजेश, चंद्रभान, दिनेश, पवन, बलराम, राजन, तेजस्विनी छात्रावास से मांडवी, नीता, उरजी, खुशी, नीतू और अन्य छात्राएं शामिल हैं।
राजन पथे ने बताया कि मंदिर का निर्माण आयोध्या की तर्ज पर करवा रहे हैंताकि जो लोग वहां न जा सकें तो यहां दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि शहर के प्रसिद्ध कलाकार दिलीप दिवाकर पात्रीकर इसे बड़ी खूबसूरती के साथ बना रहे हैं। दिन रात काम में लगे हुए हैं। भगभाव राम की चरण पादुका भी रखी जाएगी। उसका भी दजर्शन लोग कर सकेंगे। इसके अलावा विशेष साज-सज्जा भी मंदिर के बाहर और भीतर देखी जा सकेगी, जो आकर्षण का केंद्र होगा। इस मंदिर में 300 से अधिक लोग एक साथ महाआरती में शामिल हो सकेंगे। राजन ने कहा कि इस दिन को आनंद उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
मूर्ति कृष्ण और राम भगवान के स्वरूप में होगी
गजानंद महाराज मंदिर से 22 जनवरी को पालकी यात्रा निकाली जाएगी, फिर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। हालांकि मूर्ति अयोध्या के जैसी नहीं होगी। यहां खास तौर पर मूर्ति कृष्ण व राम भगवा के स्वरूप में होगी, जिसका दर्शन शहरवासी कर सकेंगे। यह मंदिर फाइवर से तैयार किया गया है और इसका स्ट्रक्चर 18 अलग-अलग डिजाइन के फाइवर से तैयार किया गया है। इस मूर्ति को बीते एक साल से तैयार किया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 16 फीट की है और 26 बाई 16 फीट लंबा बनाया गया है। अब यह पूरी तरह आकार ले चुका है।