अक्षर के साधकों को हिन्दी परिवार ने किया सम्मानित
भाषायी एकता की साहित्यिक संस्था हिन्दी परिवार के साहित्यकार सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए कविवर सत्यनारायण सत्तन ने कहा कि अक्षर के साधकों का सम्मान कर हिन्दी परिवार इन्दौर ने अनुकरणीय और प्रशंसनीय कार्य किया है। आज जो भी हिन्दी के साहित्यकार सम्मानित हुए है, वे अपनी अक्षर साधना की सुगन्ध से समाज को साहित्यिक आनन्द दे रहे हैं। मुख्य अतिथि अभ्यास मण्डल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने कहा कि इतने मनीषी साहित्यकारों के मध्य आकर गौरव का अनुभव कर रहा हूँ, उन्होंने सभी को शुभकामनाएं प्रदान की।
इस अवसर पर डॉ. आलोक रस्तोगी स्मृति राजभाषा हिन्दी सेवी सम्मान इन्दौर के हरीश कुमार शर्मा को, हिन्दी सेवी सेवा सम्मान डॉ. बूलाकार एवं आर्य डॉ. रामलाल प्रजापति महू को तथा पं. बाबूराम वाजपेयी स्मृति हिन्दी सेवी सम्मान डॉ. रागिनी स्वर्णकार (शर्मा) को प्रदान किया गया। आरम्भ में दीप प्रज्ज्वलन पश्चात् सरस्वती वन्दना डॉ. दीप्ति गुप्ता ने प्रस्तुत की। सम्मान पत्रों का वाचन डॉ. अरुणा सराफ, तृप्ति मिश्रा, शरद शर्मा एवं वाणी जोशी ने किया। अतिथियों का स्वागत प्रभु त्रिवेदी, रजनी रस्तोगी, दिव्यांश एवं भव्यांश रस्तोगी, सुरेखा सिसौदिया, डॉ. शशि निगम आदि ने किया। सम्मानित साहित्यकारों ने भी अपने विचार व्यक्त कर कृतज्ञता ज्ञापित की।
स्वागत उद्बोधन हिन्दी परिवार का एवं अतिथियों का परिचय संस्था अध्यक्ष हरेराम वाजपेयी ने किया। सरस संचालन सूत्र सचिव संतोष मोहन्ती ने बखूबी निभाया। आभार प्रदीप नवीन ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में परिवार के 75 वर्ष पूर्ण करने वाले सदस्यों का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर काफी साहित्यकार सुधीजन उपस्थित थे।