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अगर आप भी पीते हैं मठ्ठा, लस्सी, जूस तो तबीयत खराब होना तय! ये वजह जान लगेगा झटका

तापमान का पारा तेजी से बढ़ रहा है। गर्मी से शरीर को राहत देने लोग शीतल पेय पदार्थ व बोतलबंद पानी का उपयोग कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार शहर सहित जिले भर में कई जगहों पर रासायनिक केमिकल युक्त आम जूस, पैकेट बंद मठ्ठा, लस्सी, कई प्रकार के फ्लेवर वाले फलों का जूस सहित अन्य ठंडा पेय की बिक्री की जा रही है। केमिकल युक्त ठंडा पेय पदार्थों से लोगों की सेहत पर विपरीत असर पड़ने की संभावना है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग फूड एण्ड सेप्टी विभाग ठंडा पेय पदार्थों की जांच करने गंभीरता नहीं दिखा रहा है। विभाग के अफसर दफ्तर में कैंद है और दुकानदारों की मनमानी चल रही है।

मिली जानकारी के अनुसार ठंडा पेय पदार्थ बेंच रहे दुकानदार दिखाने के लिए कुछ फल दुकानों के सामने रखते है और ग्राहकों को फलों के जूस के बजाय रासायनिक पदार्थ बेंच रहे हैं। ठंडा पेय पदार्थों के मानकों का किसी प्रकार से कोई भी जांच नहीं हो रही है। बताया जा रहा है कि फूड एण्ड सेफ्टी विभाग जांच के लिए दुकानों में पहुंचते है, लेकिन सेटिंग कर बिना जांच के ही वापस लौट आते हैं।

बाजार में इन दिनों फलों के राजा आम की डिमांड है। दुकानदार आम को पकाने पोटास, अमोनिया जैसे हानिकारक केमिकल्स इस्तेमाल कर रहे हैं। बावजूद इसके ऐसे अमानक खाद्य समाग्रियों की जांच करने जिम्मेदारी विभाग फूड एण्ज सेफ्टी विभाग गंभीरता नहीं दिखा रहा है। वहीं शहर में कई जगहों पर बर्फ और जार वाले पानी की फैक्ट्रियां संचालित हो रही है। शहर में रोजाना लाखों लीटर जार वाला पानी बिक रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जार वाले पानी व बर्फ बनाने वाले संचालकों द्वारा शुद्धता मानक का पालन नहीं कर रहे है। कई जगहों पर गंदे पानी से बर्फ बनाया जा रहा है। बावजूद इसके फैक्ट्रियों की जांच करने गंभीरता नहीं दिखाई जा रही।

आमरस से लेकर मट्ठा व लस्सी में केमिकल

गौरतलब है कि वर्तमान में भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप का प्रकोप चल रहा है। प्यास बुझाने के लिए शीतल पेय पदार्थों के दुकानों पर खरीदारों की भीड़ देखी जा रही है। इन स्थानों पर आमरस से लेकर गन्ना रस , मट्ठा व लस्सी, कुल्फी , रंग बिरंगे आइसक्रीम सहित निम्न स्तर के सोडा वाटर,मिनरल वाटर के नाम पर अमानक स्तर के बोतलबंद पानी की बिक्री हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार मैंगो शेक में सिंथेटिक दूध का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। वहीं बेल जूस, मुसम्मी और मठा बनाने में दुकानदार फ्लेवर वाले केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं।

त्योहारी सीजन में दिखावा, सेटिंग कर वापस लौट जाते अफसर

फूड एण्ड सेफ्टी विभाग को होटलों व ठंडा पेय पदार्थो बिक्री स्थलों की समय समय पर जांच करना है। विभाग द्वारा दिखावा करने त्याहारी सीजन में मिठाई व अन्य खाद्य समाग्रियों की जांच की जाती है। अन्य समय में विभाग द्वारा कहीं पर भी होटल व अन्य कच्चे खाद्य समाग्री बिक्री सेंटर में जांच करने की जानकारी सामने नहीं आती। मिली जानकारी के अनुसार फूड एण्ड सेफ्टी विभाग के अधिकारी दुकानों में जांच करने पहुंचते हैं, लेकिन सेटिंग कर वापस लौट आते है। विभाग की अनदेखी से लोग केमिकल युक्त जूस व अमानक स्तर का खाद्य समाग्री सेवन कर बीमारी के शिकार हो रहे हैं।

फूड एण्ड सेफ्टी विभाग अधिकारी डोमेन्द्र ध्रुव ने पत्रिका के सवालों का जवाब दिया, क्या कहा देखिए…

शहर व जिले में इन दिनों केमिकल युक्त जूस और मठा व लस्सी बिकने की जानकारी सामने आ रही है, कहीं जांच करने टीम गई थी क्या

जवाब – केमिकल युक्त जूस बिक्री करने की कहीं से शिकायत नहीं मिली है। शिकायत पर जांच करेंगे।

विभाग की जिम्मेदारी है होटलों, दुकानों व जूस सेंटरों में खाद्य समाग्रियों की जांच करना। शिकायत का इंतजार क्यो हो रही

जवाब – विभाग द्वारा होटलों व दुकानों में खाद्य समाग्रियों की जांच की जाती है। कहीं गड़बड़ी मिलने पर कारवाई करते हैं।

गर्मी सीजन चल रहा है अब तक कितने होटल, दुकान व जूस सेंटर में जांच के लिए पहुंचे हैं

जवाब -कुछ समय पहले होटलों की जांच करने टीम गई थी। जूस सेंटरों व होटलों की जांच करने टीम गठित की जा रही है। जल्द ही अभियान चला कर जांच करेेंगे।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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