Exam Diet Tips: एग्जाम के समय बच्चों की डाइट में शामिल करिए ये फूड, तनाव होगा दूर, एक्सपर्ट से जानिए क्या खिलाएं?

प्रोटीन स्वस्थ शरीर का आहार और आधार दोनों है। प्रोटीन का अमीनो एसिड बॉडी में बिल्डिंग्स ब्लॉक्स का निर्माण करती है। यह बॉडी इयुनिटी के लिए भी जरूरी है।
बदलती लाइफस्टाइल और जंक फूड के कारण लोग प्रोटीन से दूर होते जा रहे हैं। बॉडी में ना ही पूरी प्रोटीन की मात्रा मिल रही है और ना ही जायके में यह शामिल हो रहा है। लेकिन अब सिटी होममेकर द्वारा फूड इनोवेशन में प्रोटीन की मात्रा को डाइट में प्रमुखता से शामिल किया जा रहा है। एग्जाम टाइम में बच्चों को अच्छी डाइट चाहिए।
इसमें प्रोटीन के रिच सोर्स, दाल, स्प्राउट्स और ड्राइफ्रूट्स की मात्रा बढ़ा दी गई है। न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता छाबड़ा ने बताया कि हर व्यक्ति को उम्र, वजन और हाइट के हिसाब से प्रोटीन की जरूरत पड़ती है। दिनभर में 1.5 ग्राम प्रति केजी प्रोटीन लेना चाहिए। जैसे किसी का वजन 40 केजी है तो दिनभर में उसकी जरूरत 60 ग्राम प्रोटीन होगी। नॉनवेज में प्रोटीन के प्रमुख सोर्स अंडा, चिकन और फिश हैं। मटन में फैट ज्यादा होता है, इसलिए रेगुलर नहीं लेना चाहिए।
वेजिटेरियन फूड है मूल सोर्स
प्रोटीन के लिए सिर्फ नॉन वेजिटेरियन फूड ही नहीं, बल्कि वेजिटेरियन फूड भी प्रोटीन का मूल सोर्स है। इसमें सबसे ज्यादा दालों का इस्तेमाल प्रोटीन की कमी पूरा करने के लिए किया जा रहा है। अरहर, मूसर, मूंग, उरद और चना दाल बॉडी में प्रोटीन की कमी को बैलेंस करती है। जंक फूड के चक्कर में बच्चे अक्सर प्रोटीन डाइट से दूर हो जाते हैं।
तीन चौथाई हिस्सा शाम तक पूरा कर लें
सुबह उठते ही: भीगे हुए नट्स, अंकुरित चना, सोया कटलेट, एक उबला अंडा
नाश्ता: दाल-रोटी, सब्जी, चावल। अलसी या तिल का पाउडर जिसे किसी भी सब्जी में इस्तेमाल किया जा सकता है।
लंच: दोपहर में एक ही तरह की दाल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अरहर के साथ मूंग, राजमा, चना भी शामिल करें। खाने के बाद दही जरूर लें। यह डायजिस्ट सिस्टम और गट हैल्थ के लिए अच्छा होता है। गर्मियां शुरू हो रही हैं, एग्जाम भी चल रहे हैं। ऐसे में डाइट में छाछ और दही होना ही चाहिए।
शाम: मूंग चाट, चना चाटा, सोया और पनीर की कटलेट के अलावा उबला अंडा।
डिनर: डिनर में एक तरह का भोजन होना चाहिए। हैवी खाने के बाद नींद नहीं आती। डाइजेशन में प्रॉब्लम क्रिएट हो सकती है। इसलिए ािचड़ी दलिया, दाल-चावल, रोटी, मूंग की दाल, पनीर का पराठा खाया जा सकता है।
हमारे खाने की शुरुआत ब्रेकफास्ट से होती है। इसके बाद लंच शाम का स्नैक और डिनर। कोशिश की जाए कि प्रोटीन का तीन चौथाई हिस्सा शाम तक पूरा कर लें। रात में हल्का भोजन लेना सही रहता है।