‘मिचौंग’ तूफान का असर.. इतने दिनों तक नहीं मिलेगी राहत, होगी बारिश, चलेंगी सर्द हवाएं
मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दो दिन 6 व 7 दिसंबर को भी जिले में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। वहीं 11 दिसंबर तक फॉग की स्थिति रहने की संभावना है
राजनांदगांव. बंगाल की खाड़ी में आए ‘मिचौंग’ तूफान के असर के कारण राजनांदगांव जिले में भी मौसम का मिजाज बदला है। इसके चलते दो दिनों से आसमान में बदली छाई हुई है। सोमवार सुबह बूंदाबांदी और सर्द हवाएं चल रही है। इसके चलते जिले के तापमान में काफी गिरावट आई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की माने तो आने वाले दो दिन 6 व 7 दिसंबर को भी जिले में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। वहीं 11 दिसंबर तक फॉग की स्थिति रहने की संभावना है। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 27 डिग्री पर रहा, तो वहीं न्यूनतम तापमान 19 डिग्री पर पहुंचा।
मौसम का बदला हुआ मिजाज एक बार फिर किसानों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। इससे जहां धान की खड़ी फसल को नुकसान हो रहा है। वहीं दलहन-तिलहन और सब्जी की फसल को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है। उधर खरीदे हुए धान को उपार्जन केंद्रों में बचाने के लिए समितियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खरीदी पर असर
सोमवार से आसमान में छाए बादल मंगलवार को सुबह बरस पड़े। सुबह ही बूंदाबांदी के बाद दिन में कहीं-कहीं बारिश की स्थिति बनती रही। इसके बाद देर शाम फिर बारिश हो गई। इस बीच सर्द हवाएं भी तेजी से चलती रही। मंगलवार को सुबह से ही बारिश होने के कारण उपार्जन केंद्रों में खरीदी प्रभावित रही। खरीदी धीमी होने के कारण केंद्रों में धान लेकर पहुंचे ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों की लाइन लग गई थी। बता दें कि सोमवार को समिति प्रबंधकों ने कमजोर उठाव को लेकर विरोध स्वरूप खरीदी बंद रखने का निर्णय लिया था। इससे पहले शनिवार-रविवार को छुट्टी रही। ऐसे में मंगलवार को बहुतायत में किसान धान बेचने पहुंचे, लेकिन खराब मौसम के कारण खरीदी की गति धीमी रही। इस बीच किसानों को अपनी उपज को बारिश से बचाने जद्दोजहद करना पड़ा।
उठाव में भी नहीं आ पाई तेजी
बता दें कि शुरू से ही उपार्जन केंद्रों से धान परिवहन की गति धीमी चल रही है। इसके चलते समिति प्रबंधकों ने 4 दिसंबर को खरीदी बंद रखते हुए धान उठाव में तेजी लाने के लिए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। जिला प्रशासन ने 5 दिसंबर से उठाव में तेजी लाने का आश्वासन दिया था, लेकिन खराब मौसम के चलते मंगलवार को भी धान उठाव की गति में तेजी नहीं आ पाई है।