परीक्षा छूटी, लेकिन नहीं छूटा कृष्ण मोह.. पढ़ें गीता के श्लोक और बन गए डांस प्लस प्रो के विनर, जानें रितेश पाल की जर्नी
रियलिटी शो डांस प्लस प्रो की ट्रॉफी जीतने के बाद उन्होंने पत्रिका ऑफिस में अपनी जर्नी शेयर की। उन्होंने कहा कि डांस का शौक तो बचपन से ही था
रायपुर. महात्मा गांधी से लेकर आइंसटीन तक श्रीमद् भगवद् गीता से प्रेरणा और मार्गदर्शन पाते रहे हैं। देवेंद्र नगर के रितेश पाल भी ऐसे युवा हैं, जिन्हें गीता के एक श्लोक ने बदल दिया। रियलिटी शो डांस प्लस प्रो की ट्रॉफी जीतने के बाद उन्होंने पत्रिका ऑफिस में अपनी जर्नी शेयर की। उन्होंने कहा कि डांस का शौक तो बचपन से ही था।
बड़े भाई रियलिटी शो में जाना चाहते थे, लेकिन किसी वजह से नहीं जा पाए। उन्हाेंने जब मुझमें संभावनाएं देखी तो मुझे पुश किया। रितेश ने बताया कि वे श्रीकृष्ण के अनन्य भक्त हैं। वे उनमें इतने लीन हो गए थे कि तीन से चार महीने तक डांस की प्रैक्टिस नहीं की।
इंस्टा रील पर मिला मैसेज
इंस्टा पर रील स्क्रॉल करते वक्त मुझे एक वीडियो मिला। जिसमें गीता का श्लोक और उसका अर्थ सुना। इसमें श्रीकृष्ण अर्जुन से कह रहे थे तुम मेरा चिंतन करो, लेकिन अपना कर्म भी करते रहो। शास्त्र अपना काम बीच में छोड़कर केवल भगवान का नाम लेते रहने को नहीं कहते। यह बात मुझे क्लिक कर गई और ऐसा लगा कि यह वीडियो मेरे लिए ही था। मैंने प्रैक्टिस शुरू कर दी।
दो बार इनज्यूरी, दवा खाकर किया परफॉर्म
शो के दौरान मुझे दो बार इनज्यूरी हुई। कंधे के पीछे की कुछ नसें दब गईं थी। कभी भी सिर पर खून पास नहीं होता था और मैं नाचते-नाचते चक्कर खाकर गिर जाया करता था। सेमी फाइनल के टाइम पैर के अंगूठे की हड्डी में दर्द शुरू हो गया था। मैंने सेमीफाइनल से फाइनल तक गोलियां खाकर परफॉर्म किया था।
7 बार रिजेक्ट हुए
मैंने रियलिटी शो के कई ऑडिशन दिए लेकिन 7 बार रिजेक्ट हुआ। टॉप 12 में जगह बनने के बाद जब घर की श्ूाटिंग हुई तब मैं भी फ्लाइट से आया। इसके बाद विनर बनने के बाद फ्लाइट का सफर किया।