Nari Shakti: स्केटिंग करती थीं कमलिनी, लॉकडाउन में पिता ने पहचानी प्रतिभा
एक ओर बेंगलूरु में महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की नीलामी चल रही थी, वहीं कुआलालम्पुर में अंडर-19 महिला एशिया कप में भारत की विकेटकीपर बल्लेबाज जी कमलिनी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के छक्के छुड़ा रही थीं। कमलिनी ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में नाबाद 44 रन की पारी खेली। उनके करियर के लिए रविवार का दिन खास रहा, इस यादगार पारी के बाद डब्ल्यूपीएल की मिनी नीलामी में मुंबई इंडियंस ने कमलिनी पर 1.60 करोड़ रुपए का दांव लगाया। लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि कमलिनी 12 साल की उम्र तक स्केटिंग करती थी, उन्हें क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं थी। लॉकडाउन में पिता ने कमलिनी की क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना।
मदुरै में क्रिकेट की ट्रेनिंग की सुविधा नहीं थी तो कमलिनी के लिए उनका परिवार चेन्नई शिफ्ट हो गया। कमलिनी का चयन जल्द ही चेन्नई सुपरकिंग्स की एकेडमी में हो गया और वे अपनी कड़ी मेहनत से कोचिंग स्टाफ को प्रभावित करने में सफल रहीं। जल्द ही उनका चयन तमिलनाडु की अंडर-19 टीम में हो गया था। उन्हें तमिलनाडु की सर्वश्रेष्ठ युवा महिला खिलाड़ी भी चुना गया था।
यह हमारे जीवन का सबसे बड़ा दिन बन गया: सरन्या
कमलिनी की मां सरन्या ने कहा, रविवार का पूरा दिन मैं, मेरे पति और बेटा टीवी से चिपके हुए थे। पहले कमलिनी का मैच था और फिर नीलामी। यह दिन हमेशा मुझे याद रहेगा। सरन्या ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कमलिनी के जन्म के समय भी हम इतने खुश हुए थे, जितना आज हुए हैं।
पिता की सर्जरी के अगले दिन जड़ दिया शतक
कमलिनी ने बताया कि मेरे पिता मेरी सबसे बड़ी ताकत हैं। एक दौर ऐसा आया जब मुझे लगा कि मैं उन्हें खो दूंगी। कमलिनी के पिता की हार्ट की सर्जरी हुई थी और उसके अगले ही दिन आंध्रप्रदेश से मैच था। कमलिनी मैच खेलने गईं और शतक जड़ा।
बेटे को सिखा रहे थे क्रिकेट खेलना
2020 में जब लॉकडाउन था, तब गुनालन अपने बेटे के साथ घर के बाहर क्रिकेट खेला करते थे। एक दिन उन्होंने अपनी 12 साल की बेटी कमलिनी को गेंद डालने को कहा। कमलिनी ने जब गेंदबाजी की तो उनके पिता हैरान रह गए। कमलिनी ने क्रिकेट कभी नहीं खेला था। पिता समझ गए कि कमलिनी नैसर्गिक प्रतिभा की धनी हैं।