2 घंटे में 10 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया, भानुप्रतापपुर में राहुल गांधी ने की बड़ी घोषणा
कांकेर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। नामांकन जमा करने के बाद अब चुनावी प्रचार भी तेज हो गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता आज कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने एक बार बीजेपी को आडानी को पैसा देने की बात कहकर जमकर हमला बोला।
राहुल गांधी ने मंच से भूपेश बघेल के कामों की तारीफ करते हुए कहा कि हमने छत्तीसगढ़ की जनता से जो वायदे किए थे वो पहले दिन ही पूरा किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुर्सी संभालते ही महज 2 घंटे में किसानों के 10 हजार करोड़ का कर्ज माफ कर दिया। किसानों न्याय योजना से 26 लाख किसानों को फायदा हुआ। मजदूरों, बेरोजगारों, गरीबों के लिए भूपेश बघेल सरकार ने कई काम किए।
बताए सरकार चलाने के दो तरीके
राहुल गांधी ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार चलाने के दो तरीके होते हैं। आप किसी भी सरकार को देख लो। एक तरीका प्रदेश के या देश के सबसे अमीर लोगों को फायदा पहुंचाना। दूसरा तरीका आप देश के प्रदेश को सबसे गरीब लोागों को मदद करते हैं। हमारी सरकार किसी भी क्षेत्र में देख लीजिए किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों की गरीबों की मदद करते हैं उनकी सरकारें बड़ी—बड़ी बातें करते हैं लेकिन अंत में अडानी की मदद करते हैं। आप खुद देश की हालत देख लीजिए।
वो जो काननू बनानए जाते हैं किसानों के खिलाफ होते हैं। मतलब वो जो करते हैं अडानी के लिए करते हैं। और जो भी हम करते हैं किसानों मजदूरों, आदिसासी, दलितों बेरोजगारों, गरीबों के लिए करते हैं। मनरेगा देख लीजिए, लोक सभा में प्रधानमंत्री ने देश के सभी मजूदरों का अपमान किया है।
धान की कीमत को लेकर की ये बड़ी घोषणा
राहुल गांधी ने मच से धान की कीमत को लेकर बड़ी घोषणा की। कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश की जनता से जो वायदे किए थे। उसे पूरा किया है। पहले 2500 रुपए थी, इसके अब 2640 हो गई है। आप सभी को ये विश्वास है कि जब कांग्रेस की सरकार फिर आएगी तो कीमत 3000 पहुंचने हैं।
इस तरह सबसे पहले किसानों की मदद की होती है। अब जब किसान की जेब में पैसा आता है तो है तो उस पैसे का इस्तेमाल गांव में करता है। कुछ खरीदता है और गांव की अर्थव्यवस्था बदल जाती है। जबकि बीजेपी इसी पैसो को अडानी को दे देती है। अडानी गांव में नहीं विदेश में पैसा खर्च करती है। बड़ी बडी कंपनियां खरीदती हैं।