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Manu Bhaker in CG: मनु भाकर ने देखा बारनवापारा का जंगल, कहा- इन्हें संरक्षित करने के लिए जागरुकता फैलानी चाहिए..

Manu Bhaker in CG: भारतीय शूटर और ओलंपियन मनु भाकर ने रविवार को रायुपर से 110 किमी दूर बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य का दौरा किया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरुकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। अपने खेल से समय निकालकर मनु ने वन्यजीवों के प्रति गहरी रुचि जताई।

उन्होंने बताया कि बारनवापारा के घने जंगलों और वन्य प्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखकर वन विभाग के कार्यों की सराहना की। मनु ने कहा कि ’’दिल्ली से आने के बाद, यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे अनुभवों में से एक है। प्रकृति हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है। यहां जंगलों व जीवों का संरक्षण देखकर मुझे यह अनुभव हुआ। उन्होंने इसके लिए सीसीएफ रायपुर राजू अगसिमनी, बलौदाबाजार डीएफओ मयंक अग्रवाल, और अन्य वन अधिकारी का भी धन्यवाद जताया।

आपकी शूटिंग यात्रा कैसे शुरू हुई ?

मनु भाकर: मेरी शूटिंग यात्रा 2015 में शुरू हुई, जब मैंने इसे एक नए खेल के रूप में अपनाया। शुरू में यह शौक था, लेकिन जब मुझे इसमें रुचि और अपनी प्रतिभा का एहसास हुआ तो मैंने इसे गंभीरता से लेना शुरू किया।

परिवार ने आपके कॅरियर में कैसा साथ किया?

मनु भाकर: मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया। उन्होंने मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं और प्रशिक्षण सुनिश्चित किया। खासकर मेरे पिता, जिन्होंने मेरी हर जीत और हार को समझा और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

ओलंपिक में भाग लेने का अनुभव कैसा था?

मनु भाकर: ओलंपिक में भाग लेना हर एथलीट का सपना होता है और मेरे लिए यह अद्भुत अनुभव था। वहां की प्रतिस्पर्धा, माहौल और ऊर्जा सब कुछ प्रेरणादायक था। पदक हासिल करने से ज्यादा यह मेरे लिए सीखने का बड़ा अवसर रहा।

सबसे यादगार उपलब्धि कौन सी ?

मनु भाकर : मेरे लिए 2018 में हुए राष्ट्र मंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतना सबसे खास था। तब मैं 16 वर्ष की थी। उस जीत ने मुझे आत्मविश्वास दिया कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सफल हो सकती हूं।

बारनवापारा में वन्यजीवों को देख कैसा अनुभव?

मनु : वन्यजीव और प्रकृति जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन्हें संरक्षित करने के लिए जागरुकता फैलानी चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को भी इसका अनुभव मिल सके।

भविष्य की योजनाएं और लक्ष्य ?

मनु : पूरा ध्यान अभी भी आने वाले ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं पर है। मैं अपनी तकनीक और मानसिकता पर काम कर रही हूं ताकि अगले ओलंपिक में और बेहतर प्रदर्शन कर सकूं। मुख्य लक्ष्य भारत के लिए पदक जीतना और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की प्रतिष्ठा को और बढ़ाना है।

महिला सशक्तिकरण पर जोर

मनु भाकर ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान खेलों में महिला सशक्तिकरण पर भी बात की। उन्होंने कहा, ’’खेलों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए समाज और सरकार दोनों को अधिक समर्थन देना चाहिए। हमें महिलाओं को हर क्षेत्र में प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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