Nari Shakti: महिला शिक्षा को समर्पित सफीना हुसैन, जानिए उनके बारे में..

राजस्थान के पाली जिले की समाजसेवी संस्था ‘एजुकेट गर्ल्स’ महिलाओं की बेहतरी और तरक्की के लिए एक अनूठा अभियान चलाती है। यह संस्था उन महिलाओं को दोबारा शिक्षा की डोर थामने के लिए प्रेरित करती है, जिनकी किसी पारिवारिक जिमेदारी या मजबूरी के कारण पढ़ाई छूट गई थी। एजुकेट गर्ल ‘प्रगति’ नामक मिशन के तहत 15 से 29 वर्ष की ग्रामीण महिलाओं को दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई में सहायता करती है। गांव में प्रगति कैंप लगा कर इन महिलाओं को पढ़ाया जाता है। साथ ही, एजुकेट गर्ल सरकारी व अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करती है कि 14 वर्ष की उम्र तक की सभी लड़कियां उनके विद्या कार्यक्रम के तहत स्कूल में दाखिला लें। यह अभियान वर्ष 2007 से चल रहा है।

एजुकेट गर्ल की संस्थापक और मुय कर्ताधर्ता हैं दिल्ली में जन्मी सफीना हुसैन। खुद सफीना का बचपन कठिन परिस्थितियों में गुजरा है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा कार्य के लिए सफीना को कतर फाउंडेशन की ओर से वाइज (वर्ल्ड इनोवेशन समिट फॉर एजुकेशन) अवॉर्ड मिला। 2023 में हुसैन ने यह पुरस्कार जीता।

सफीना कहती हैं कि महिलाओं की महत्त्वाकांक्षाओं को अब भी हमारे समाज के बड़े तबके में खास तवज्जो नहीं दी जाती। वे गरीबी, दकियानूसी विचारों, जिमेदारियों या सामाजिक दबाव की वजह से शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। बीते 17 वर्षों में सफीना की अगुवाई में इस संगठन में 23000 स्वयंसेवक सदस्य बना लिए हैं। सफीना की संस्था राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और बिहार के 29000 से ज्यादा गांवों में राज्य सरकारों के साथ मिलकर शिक्षा का वरदान बांट रही है। सफीना का 2025 में इन राज्यों की 40 फीसदी ऐसी लड़कियों को दोबारा शिक्षा की डोर थमाने का लक्ष्य है जिनके स्कूल छूट चुके हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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