Nari Shakti: रेसिंग की दुनिया में लोहा मनवाया श्रिया ने.. जानिए उनके बारें में

हिमाचल प्रदेश के सुंदर नगर में जन्मी श्रिया लोहिया महज 9 साल की उम्र में ही रेसिंग की दुनिया में अपना लोहा मनवा चुकी थीं। वर्तमान में वह कक्षा 11 की विज्ञान की छात्रा हैं और पढ़ाई व मोटर स्पोर्ट्स दोनों क्षेत्रों में सफलता पाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। आज की तारीख में 16 वर्ष की श्रिया भारत की पहली महिला फॉर्मूला 4 रेसर बन चुकी हैं।

उन्होंने भारतीय फॉर्मूला 4 चैपियनशिप के उद्घाटन सेशन में हैदराबाद ब्लैकबर्ड्स टीम से पॉइंट्स स्कोर किए। यह एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह टीम भारत की प्रमुख रेसिंग टीमों में से एक है। हिमाचल प्रदेश की इस किशोर बेटी का नाम पूरे देश में छाया हुआ है। 9 साल की उम्र में मोटरबाइकिंग की दुनिया में कदम रखने वाली श्रिया की रेसिंग जर्नी की शुरुआत रोटैक्स मैक्स इंडिया कार्टिंग चैपियनशिप से हुई थी।

जहां उन्होंने टीम बिरेल एआरटी के साथ प्रतिस्पर्धा की और माइक्रो मैक्स श्रेणी में चौथे स्थान पर आकर अपनी पहचान बनाई। उनके इस असाधारण प्रदर्शन के लिए फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब्स ऑफ इंडिया ने उन्हें ‘आउटस्टैंडिंग वुमन इन मोटरस्पोर्ट्स’ पुरस्कार से नवाजा। जिससे वह भारतीय रेसिंग की उभरती हुई स्टार बन गईं। वह छोटी-सी उम्र में ही 30 से ज्यादा पोडियम फिनिश कर चुकी हैं।

अपनी गति और सटीक ड्राइविंग के कारण उन्होंने जल्दी ही अपनी पहचान बनाई। उन्हें फेडरेशन ऑफ मोटर स्पोर्ट्स क्लब्स ऑफ इंडिया (FMSCI) से चार समान मिल चुके हैं। यह मोटरस्पोर्ट्स की सरकारी संस्था है। 2022 में श्रिया को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से समानित किया गया, जो बच्चों को मिलने वाला भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह पुरस्कार मोटरस्पोर्ट्स में उनकी असाधारण प्रतिभा को मान्यता देता है। श्रिया का सपना है कि वह भारत की नामी फॉर्मूला वन ड्राइवरों में से एक बने। श्रिया एक बहु-प्रतिभाशाली एथलीट भी हैं और उन्हें बास्केटबॉल, बैडमिंटन, पिस्टल शूटिंग, साइक्लिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में खास दिलचस्पी है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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