Nari Shakti: अभावों से ग्रस्त जीवन में पढ़ाई के लिए किया संघर्ष, रंगोली आर्ट में बनाई पहचान
संघर्ष की आग में तपकर ही व्यक्ति का हुनर निखरता और अपने इस हुनर के दम पर फिर वह अपनी एक नई पहचान बनाता है। ऐसी ही कहानी है इंदौर की वर्षा सिरसिया की। बचपन से ही अभावों में पलीं वर्षा ने कठिन संघर्षों के बीच अपनी पढ़ाई पूरी की और अपनी रंगोली बनाने की कला से नाम भी कमाया। वर्षा अब तक रंगोली में 6 वर्ल्ड रेकॉर्ड बना चुकी हैं। पोट्रेट रंगोली में उनकी एक पहचान है।
पुलिस ऑफिसर बनने का था सपना: वर्षा कहती हैं कि मैं पढ़ना चाहती थी, लेकिन सभी लोग माता-पिता से कहते थे कि लड़की को क्यों पढ़ा रहे हो। पिता भी उनकी बातों में आ जाते थे, लेकिन मेरी मां ने संघर्ष किया। मां घर से ही काम करने लगीं, जिससे हम बच्चों का पालन-पोषण हो सके। वर्षा का सपना पुलिस ऑफिसर बनने या सेना में जाने का था। बड़ी होने के बाद उन्होंने खुद काम किया और कप्यूटर में स्नातकोत्तर डिग्री लेकर पढ़ाई पूरी की।
दिक्कतों से घबराएं नहीं, उन्हें अवसर मानें
वह कहती हैं कि अगर आपके जीवन में संघर्ष हैं तो घबराइए मत, बल्कि यह मानिए कि ईश्वर ने आपके लिए कुछ बेहतर लिखा है। आपको किसी मुकाम पर भगवान पहुंचाना चाहता है, तभी आपके सामने विकट स्थितियां हैं। आप उस समय अपना धैर्य न खोएं और मेहनत करते रहें, क्योंकि मेहनत का कोई तोड़ नहीं होता। जब आप मेहनत करेंगे, तो एक न एक दिन सफल जरूर होंगे।
रंग खरीदने के लिए भी नहीं होते थे पैसे
वर्षा का कहना है कि वह सात साल की उम्र से रंगोली बनाती थीं। यह शौक धीरे-धीरे उनका पैशन बन गया। आज उनकी एक रंगोली आर्टिस्ट के तौर पर पहचान है, लेकिन यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। कई बार रंगोली के रंग खरीदने के लिए भी पैसे नहीं होते थे, तो जो रंग होते थे, उन्हीं से रंगोली बनाती थीं। अब तक राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर 85 से ज्यादा अवॉर्ड मिल चुके हैं। रंगोली बनाकर इंडिविजुअल 6 वर्ल्ड रेकॉर्ड बना चुकी हैं।