Nobel Prize: माइक्रो आरएनए की खोज ने जीता चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार
अमरीकी वैज्ञानिक विक्टर एंब्रोस और गेरी रुवकोन को इस साल के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सोमवार को यह घोषणा की गई। दोनों को यह सम्मान माइक्रो आरएनए की खोज के लिए दिया गया। नोबेल असेंबली ने कहा कि उनकी खोज जीवों के विकास और कार्य करने के तरीके के लिए महत्त्वपूर्ण साबित हुई।
एंब्रोस ने हार्वर्ड में शोध किया। वह मैसाचुसेट्स मेडिकल स्कूल विश्वविद्यालय में प्राकृतिक विज्ञान के प्रोफेसर हैं। नोबेल समिति ने कहा, रुवकोन ने शोध मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में किया था, जहां वह आनुवंशिकी के प्रोफेसर हैं। दोनों को पुरस्कार में करीब 8.90 करोड़ रुपए नकद दिए जाएंगे। धनराशि अवॉर्ड के संस्थापक और स्वीडिश आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की छोड़ी हुई वसीयत से आती है।
चिकित्सा क्षेत्र की घोषणा के साथ इस साल के नोबेल पुरस्कार सीजन की शुरुआत हो गई। मंगलवार को भौतिकी, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की जाएगी। नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र में नोबेल मेमोरियल पुरस्कार की घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी।
पिछले वर्ष कैटालिन-वीसमैन को मिला
पिछले साल यानी 2023 में कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को चिकित्सा का नोबेल दिया गया था। इन्हें न्यूक्लियोसाइड बेस संशोधनों से संबंधित उनकी खोजों के लिए यह सम्मान दिया गया था। इस खोज की वजह से कोरोनावायरस यानी सीओवीआइडी-19 के खिलाफ प्रभावी एमआरएनए टीकों के विकास में मदद मिली थी। 2022 में स्वीडन के स्वांते पैबो यह सम्मान मिला था।