बृजमोहन, विजय बघेल नहीं ये सांसद बनेंगे केंद्रीय मंत्री, PMO से आया कॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल को लेकर जोर-शोर से चर्चा हो रही है कि आखिर इस बार किसे मौका मिलेगा। छत्तीसगढ़ में भी रिकॉर्ड जीत दर्ज करने वाले सांसदों के नामों का लेकर भी संभावनाएं जताई जा रही है। इस बीच प्रदेश के नेताओं को उस वक्त हैरानी हो गई जब पता चला कि बिलासपुर सांसद तोखन साहू को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल गई। शपथ ग्रहण से पहले उनके पास PMO से कॉल आया है। जिसके बाद अब उन्हें लगातार बधाई संदेश मिल रहे हैं।
इन नामों पर लगाए जा रहे थे कयास
प्रदेश के 10 में से तीन से चार ऐसे सांसद है जिस पर उम्मीद जताई जा रही थी कि किसी एक को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इनमें जिन नामों की चर्चा जोर-शोर से हो रही थी, उनमें पहला नाम रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल का नाम था, इसके बाद दुर्ग सांसद विजय बघेल और राजनांदगांव से दूसरी बार सांसद बने संतोष पांडेय। लेकिन इससे अलग बिलासपुर सांसद तोखन साहू को बड़ा मौका मिलने वाला है।
सांसद चुने जाने के बाद तोखन साहू जब पहली बार लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया था। बता दें कि तोखन साहू एक बेहद साधारण किसान परिवार से आते हैं, जो कि वर्ष 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। रमन सिंह सरकार में तोखन साहू को संसदीय सचिव भी बनाया गया था। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को लगभग 1 लाख 64 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से हराया है।
पंच पद से शुरु की थी राजनीति
सांसद तोखन साहू ने लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की। तोखन साहू की अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और काफी लोकप्रिय है। इसक बाद तोखन पंच से सरपंच, फिर जनपद सदस्य उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे।
लगातार अच्छे कामों को लेकर भाजपा में अपनी अच्छी पकड़ बनाई और लोरमी से विधानसभा का टिकट मिला। ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद तोखन वर्ष 2015 में विधायक रहते हुए उन्हें रमन सिंह के कार्यकाल में संसदीय सचिव का पद भी दिया गया था। वहीं कुछ ही कुछ माह पहले तोखन साहू को छत्तीसगढ़ भाजपा के किसान मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया है।