Education News: स्कूलों में अब रिटेल, बैंकिंग व फाइनेंस समेत 10 से ज्यादा नए कोर्स की पढ़ाई, 7 आईसीटी लैब की मंजूरी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा को स्वरोजगार योग्य बनाने की पहल की जा रही है। इसके तहत स्कूली छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा देने की योजना बनाई गई है। राज्य परियोजना कार्यालय (समग्र शिक्षा) स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा देने का प्रोग्राम तैयार किया है। इसके लिए रायपुर जिला के 63 नए स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ की जाएगी।
9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को चालू सत्र में मुख्य विषयों के साथ एक अतिरिक्त विषय के रूप में व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई कराने की योजना है। इसमें रिटेल, बैंकिंग, फाइनेंस, ब्यूटी एंड वैलनेस जैसे 10 अधिक कोर्स शामिल हैं। इसमें से 63 स्कूलों में दो ट्रेड ट्रेड शुरू किया जा रहा है। सभी स्कूलों को ट्रेड का आवंटन किया गया है। इसमें 70 फीसदी पाठ्यक्रम प्रायोगिक और 30 फीसदी सैद्धांतिक होगा।
7 आईसीटी लैब की मंजूरी
रायपुर जिलेे को 7 नए आईसीटी लैब की भी मंजूरी मिली है। सरकारी स्कूलों में इन लैब की स्थापना की जाएगी। इन लैब के माध्यम से बच्चों को डिजिटल पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यहां से कम्प्यूटर और लैपटॉप के माध्यम से स्कूली बच्चों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम की सुविधा प्रदान की जाएगी। रायपुर जिले में 27 आईसीटी लैब पहले से संचालित हैं।
स्कूल से निकलकर बना सकते हैं कॅरियर
सहायक जिला परियोजना अधिकारी ने कहा कि इन स्कूलों में व्यावसायिक कोर्स शुरू होने के साथ स्कूली बच्चों को लाभ मिलेगा। हायर सेकेंडरी की शिक्षा के बाद अब भी ऐसे सैकड़ों स्कूली बच्चे हैं, जो कॉलेज स्तर की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। ऐसे में व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई करने और मिलने वाले प्रमाण पत्रों से वह अपने कॅरियर की दिशा तय कर सकेंगे। सर्टिफिकेट के आधार पर उन्हें बैंक से लोन भी मिल सकेगा।
जिले के 63 स्कूलों में मुख्य विषयों के साथ एक अतिरिक्त विषय के रूप में व्यावसायिक कोर्स की भी पढ़ाई शुरू कराने के लिए चुना गया है। अब यहां के बच्चों को स्कूली किताबों के साथ ही व्यावसायिक ज्ञान भी मिलेगा।
नए स्कूलों का चयन रायपुर जिले के 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए
एग्रीकल्चर, टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी, ऑटोमोटिव, अपेरल मेड अप्स एंड होम फर्निशिंग, प्लम्बिंग, कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, बैंकिंग फाइनेंशियल सर्विसेस एंड इंश्योरेंस, पावर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, आईटीईएस, हैल्थ केयर, रिटेल और ब्यूटी एंड वैलनेस ट्रेड का प्रशिक्षण देंगे और प्रैक्टिकल कराएंगे। इसमें प्रायोगिक कार्यों को अधिक प्राथमिकता दी गई है।
धरसींवा ब्लॉक के सबसे ज्यादा स्कूलों का चयन
व्यावसायिक शिक्षा के लिए सबसे अधिक धरसींवा ब्लॉक के स्कूलों का चयन किया गया है। धरसींवा के 26 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा शुरू की जाएगी। आरंग ब्लॉक के 18 नए स्कूलों का चयन इस योजना के तहत किया गया है। अभनपुर के 10 स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी। वहीं, तिल्दा ब्लॉक के 9 स्कूलों का चयन इस योजना के तहत किया गया। इन स्कूलों में संस्कृत विषय के स्थान पर व्यावयायिक शिक्षा का कोर्स पढ़ाया जाएगा।