ढाई लाख रुपए का एक इंजेक्शन फ्री में.. कैंसर मरीजों को साय सरकार ने बड़ी राहत

राजधानी रायपुर के आंबेडकर अस्पताल में कैंसर मरीजों को अब ढाई लाख रुपए का एक इंजेक्शन फ्री दिया जाएगा। इस घोषणा से अब एक मरीज को बड़ी राहत मिलेगी।

आंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग में मरीजों को डेढ़ से ढाई लाख रुपए का एक इंजेक्शन फ्री में लगाया जा रहा है। ये इंजेक्शन मरीजों के लिए जरूरी है, जिसे बाहर से मंगाया जाता है। ये सीजीएमएससी से सप्लाई नहीं है। ऐसे में मरीजों की जान बचाने के लिए महंगा व महत्वपूर्ण इंजेक्शन लगाया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, एक मरीज को इंजेक्शन का 6 डोज दिया जाता है। यानी एक मरीज को 9 से 15 लाख रुपए के इंजेक्शन लग रहे हैं। चूंकि ये आवश्यक दवाओं की सूची से बाहर है, इसलिए इसलिए इसे मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता कोष से मिलने वाले फंड से खरीदा जाता है।

ओपीडी में रोजाना 250 से ज्यादा मरीज

आंबेडकर अस्पताल के कैंसर विभाग की ओपीडी में रोजाना 250 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया जाता है। इनमें मरीजों को जरूरत के हिसाब से कीमोथैरेपी, रेडिएशन व सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हेड एंड नेक, मेलोनेमा व ओवरी कैंसर के मरीजों को डेढ़ से ढाई लाख रुपए का इंजेक्शन लगाया जा रहा है। महीने में ऐसे मरीजों की संख्या 10 से ज्यादा होती है।

दरअसल, कैंसर का इलाज काफी महंगा है, लेकिन आंबेडकर अस्पताल में आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का इलाज पूरी तरह फ्री है। सीएम विशेष सहायता कोष की जरूरत इसलिए भी पड़ती है, क्योंकि कई बार मरीजों का पैकेज खत्म हो जाता है। ऐसे में उन्हें जेब से खर्च करना न पड़े इसलिए अस्पताल प्रबंधन खरीदी का प्रस्ताव भेजता है। वहां से मंजूरी मिलते ही इंजेक्शन खरीदकर लगाया जाता है। इससे जरूरतमंद मरीजों को बड़ी मदद मिल रही है। डॉक्टरों के अनुसार ये इंजेक्शन मरीजों के लिए जरूरी है। इसलिए बाहर से मंगाकर लगाया जा रहा है।

प्रदेश में ओवरी कैंसर के मरीज ज्यादा, हेड व नेक के भी

प्रदेश में ओवरी, हेड व नेक कैंसर के काफी मरीज आते हैं। ओवरी कैंसर के कारणों में उम्र, पारिवारिक इतिहास, आनुवंशिक व लाइफ स्टाइल शामिल हैं। शुरुआती लक्षणों में सूजन, पेल्विक दर्द, जल्दी पेट भरा हुआ महसूस होना, भूख न लगना, थकान, पीठ दर्द, कब्ज, बार-बार पेशाब आना है। एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर, प्राइमरी पेरिटोनियल कैंसर, फैलोपियन ट्यूब कैंसर, बॉर्डरलाइन ओवेरियन ट्यूमर ओवरी कैंसर के प्रकार हैं। गायनेकोलॉजिस्ट व आंको सर्जन इसकी सर्जरी करते हैं। ..

नेहरू मेडिकल कॉलेज के डीन, डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि कैंसर के जरूरतमंद मरीजों को डेढ़ से ढाई लाख प्रति डोज का महंगा इंजेक्शन लगाया जा रहा है। हर माह औसतन 10 मरीजों को फ्री में इंजेक्शन लगता है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता कोष से इसके लिए मदद मिल जाती है। इसलिए मरीजों को जेब से खर्च करने की जरूरत नहीं है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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