छत्तीसगढ़ में ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल से बढ़ी लोगों की परेशानी, बसें बंद, पंपों में भी लग सकते हैं ताले
छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने आज हड़ताल करने का निर्णय लिया है। जिसके चलते बस और ट्रकों के पहिए फिर से थम गए हैं। इधर एक बार फिर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि महासंघ ने हड़ताल को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था।
हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में एक बार फिर से ड्राइवरों ने मोर्चा खोल लिया है। लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के कारण सड़कों पर बस नहीं चल रही हैं। ड्राइवर संघ ने कहा कि किसी भी प्रकार का चक्काजाम नहीं कर रहे हैं। विचार-विमर्श के लिए अपने कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। अन्य राज्यों, जिलों से आने वाले ड्राइवरों से भी चर्चा करेंगे। इस कानून के वापस होने तक गाड़ी की स्टेयरिंग छोड़कर आंदोलन करेंगे।
यदि कानून वापस नहीं लिया जाता है तो चक्काजाम किया जा सकता है। महासमुंद चालक-परिचालक संघ ने भी आंदोलन का समर्थन किया है। संगठन के राजू साहनी ने बताया कि 10 जनवरी से आंदोलन पर जा रहे हैं। जब तक मांगें पूर्ण नहीं हो जाती है, तक तक आंदोलन जारी रहेगा।
पेट्रोल-डीजल के लिए लग सकती है कतार
एक बार फिर से पेट्रोल पंप और डीजल पंप में लोगों की कतार लग सकती है। कुछ दिन पहले ड्राइवरों की हड़ताल के कारण कई पेट्रोल पंप तीन दिन तक बंद थे। लोगों को पेट्रोल व डीजल के लिए एक जगह से दूसरी जगह घूमना पड़ा था। इसके अलावा गैस सिलेंडर की भी कमी हो गई थी। नए वर्ष के पहले दिन ही हड़ताल होने से कई लोगों को परेशानी हुई थी। तीन दिन लोग हलाकान हो गए थे। कई यात्री जहां थे, वहीं फंसे गए थे। तीन दिन बाद सेवा बहाल होने के बाद लोगों को राहत मिली थी।