Raipur Nagar Nigam: मीनल चौबे बोलीं- मेयर की कुर्सी पर बैठते ही सबसे पहले होंगे ये 2 बड़े काम..

रायपुर के महापौर पद पर रेकॉर्ड मतों से जीतकर भाजपा की मीनल चौबे प्रथम नागरिक बन गईं। दस साल बाद ऐसा दूसरी बार है, जब महिला शक्ति के हाथ में शहरी सरकार की कमान होगी। इससे पहले कांग्रेस की किरणमयी नायक महापौर रही हैं।
पत्रिका से की चर्चा
शनिवार को नतीजे आने के जश्न के बीच मीनल चौबे ने चर्चा में कहा, महापौर पद ग्रहण करने के साथ ही मेरे लिए शहर के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराना पहली प्राथमिकता होगी। चूंकि गर्मी और राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण सामने हैं। इसलिए सबसे पहले इन दोनों कामों को दुरुस्त करने का काम करूंगी।
पहले दिन नगर निगम के कामों की समीक्षा के साथ कामकाज की शुरुआत करेंगे। शहर का चहुंमुखी विकास हो सके, इसके लिए पूरी प्लानिंग से काम होगा। क्योंकि कांग्रेस के 15 सालों के कुशासन से शहर के लोगों को छुटकारा मिला है। मेरा यह पूरा प्रयास होगा कि गर्मी के दिनों में पीने के पानी के लिए शहर के लोगों को परेशान न होना पड़े। शुद्ध पेयजल आपूर्ति सिस्टम को दुरुस्त करना है। शहर की स्वच्छता रैंकिंग में काफी पलीता लगा है। जिसे टॉपटेन में लाने के लिए जोन स्तर पर टीमों की जिम्मेदारी तय करूंगी। स्वच्छता अभियान में वार्ड पार्षद भी अपने-अपने क्षेत्रों में अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे। जो निर्माण कार्य कई महीनों, सालों से चल रहे हैं, उन्हें तेजी से पूरा कराने समय-सीमा की जाएगी।
दीप्ति की नहीं, कांग्रेस की करारी हार हुई
एक सवाल के जवाब में नवनिर्वाचित महापौर मीनल ने कहा, शहर की जनता का विश्वास, भाजपा कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत और वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन से डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से बड़ी जीत मिली है। नगर निगम में कांग्रेस के 15 सालों के कुशासन, भ्रष्टाचार की वजह से कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है। केवल निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति प्रमोद दुबे की हार नहीं हुई है। कांग्रेसी महापौर एजाज ढेबर वार्ड पार्षद तक का चुनाव नहीं जीत सके।
शुभ मुहूर्त में मेयर की कुर्सी पर बैठूंगी
मैं जिस तरह से नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए शहर के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष करती रही हूं, उसी तरह पूरी जिम्मेदारी से मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने और शहर के विकास का काम करूंगी। निगम में भाजपा के विजय के साथ ट्रिपल इंजन की सरकार में चहुंमुखी विकास होगा। महापौर समेत पार्षदों का शपथ समारोह संभवत: एक सप्ताह में होगा। शुभ मुहूर्त में मेयर की कुर्सी पर बैठूंगी।
25 वर्षों में महापौर के सीधे चार चुनाव हुए, इस बार रेकॉर्ड वोट से जीत
राज्य बनने के 25 सालों के दौरान महापौर पद के लिए सीधे चार चुनाव हुए। केवल 2019 में ही कांग्रेस सत्ता में आने पर नियम बदलकर पार्षदों के माध्यम से मेयर का चुनाव कराई। इसके अलावा सीधे जनता के वोटो से मेयर चुनाव के नतीजे आए। इनमें से सबसे ज्यादा मतों से भाजपा प्रत्याशी मीनल चौबे विजयी हुई हैं।