Nari Shakti: अटलांटिक महासागर को अकेले पार किया.. पढ़िए एडवेंचरर रोवर अनन्या प्रसाद की हौसलों की कहानी

बेंगलूरु में जन्मी एडवेंचरर रोवर अनन्या प्रसाद ने अटलांटिक महासागर को अकेले पार करने वाली पहली अश्वेत महिला बनकर एक मिसाल कायम की है। इस 34 वर्षीय नौकायन खिलाड़ी ने यह यात्रा 52 दिन, 5 घंटे और 44 मिनट में पूरी की तथा विश्व प्रसिद्ध ‘वर्ल्ड्स टफेस्ट रो रेस’ की एकल श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया।

अनन्या की उपलब्धि उनकी दृढ़ता, साहस और जुनून का एक जीता जागता प्रमाण है। अनन्या पांच साल की उम्र में यूनाइटेड किंगडम चली गईं। उनके माता-पिता दोनों डॉक्टर थे। वह 2018 में अटलांटिक नौकायन प्रतियोगिता में शामिल हुईं। अनन्या ने 11 दिसंबर को अटलांटिक कैंपेन की दुनिया की सबसे कठिन रेस के हिस्से के रूप में अपनी यात्रा शुरू की।

यह रेस उनके लिए है जो अकेले महासागर पार करने के लिए भारी शारीरिक और मानसिक परीक्षणों को सहन करने के लिए तैयार हैं। लगभग दो महीनों में, अनन्या ने अटलांटिक के पार हजारों किलोमीटर की दूरी तय की। वह कहती हैं, ‘यह बहुत ही दिलचस्प है कि मैंने 2024 का आखिरी दिन अटलांटिक के बीच में बिताया।

मैंने प्रतिदिन औसतन 10-15 घंटे नौकायन किया, 3-4 घंटे आराम किया और पांच घंटे सोई और यह सब अप्रत्याशित मौसम की स्थिति से जूझते हुए किया।’ समुद्री जीवों जैसे व्हेल, उड़ने वाली मछलियाें को देखना उनके लिए एक नया अनुभव था। उनकी नाव की पतवार टूट गई। खुले समुद्र में गोता लगाना पड़ा। लेकिन अनन्या ने आगे बढ़ते हुए साबित कर दिया कि महानता हासिल करने के लिए डर कोई बाधा नहीं है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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