She News: आय का 50% हिस्सा करती हैं दान

जयपुर की नौकरीपेशा अनिता जैन पिछले 20 सालों से ऐसे बच्चों के लिए भी काम कर रही हैं, जो स्कूल फीस और किताबों के अभाव में पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। इसके लिए वह अपनी आय का लगभग आधा हिस्सा खर्च कर देती हैं। उन्होंने बताया, एक बार वह एक बच्चे से मिलीं। जिसमें टेलेंट था पर पैसों की कमी के कारण वह आगे पढ़ नहीं पा रहा था। उसे उन्होंने अपने बच्चों की किताबें पढ़ने के लिए दीं, जिनसे उसे काफी मदद मिली, उसी दिन से उन्होंने बच्चों की मदद के लिए प्रयास शुरू कर दिए। आज उनका पूरा परिवार इस काम में उनका साथ देता है।

बुक व कपड़ा बैंक शुरू किया

वह कहती हैं कि करीब 20 साल पहले मैंने बुक व कपड़ा बैंक शुरू किया। जिसमें लोग पुरानी किताबें और कपड़े जमा करवाने लगे। उन कपड़ों को रिसाइकिल कर दोबारा पहनने योग्य बनाया जाता है और कई बालाश्रमों और संस्थाओं में दिया जाता है। हालांकि पहले मैं खुद घर-घर जाकर पुराने कपड़े और किताबें देने के लिए लोगों को समझाती थी। उन्होंने बताया कि अभी तक एक हजार बच्चों को स्कूल फीस, किताबें व स्कूल ड्रेसेज उपलब्ध करवाई गई हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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