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She News:लल्ली मम्मी के नाम से पहचानी जाती है ललिता कुच्छल, जानिए क्या है वजह

She News: अपने बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए तो हर मां कोशिश करती हैं, लेकिन दूसरों के बच्चों को हंसाने का प्रयास करती हैं जयपुर की ललिता कुच्छल। ललिता एक नहीं, दो नहीं बल्कि सैकड़ों बच्चों की छोटी मां और लल्ली मम्मी बन चुकी हैं। पिछले 10 सालों से अनाथ बच्चों के चेहरे पर खुशी और उनकी जरूरत पूरी करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं ललिता।

वह कहती हैं कि रेलवे स्टेशन या किसी भी जगह अगर कोई बच्चा अपनों से बिछड़ जाता है तो वह हर स्तर पर उस बच्चे के अपनों को तलाशने की कोशिश करती हैं। वह कहती हैं, ‘जब बच्चे अपनों से मिल जाते हैं तो जिस आत्म सुकून का अनुभव होता है वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।’

योजनाओं के लिए कार्यक्रम

पेशे से फैशन डिजाइनर ललिता बच्चों के साथ-साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास भी करती हैं। वह कहती हैं, इसके लिए कुछ महिलाओं के साथ मिलकर एक स्वयं सेवी संस्था बनाई हुई है। जिसके तहत महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए चलाई जाने वाली सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए कच्ची बस्तियों और स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। साथ ही अगर किसी को योजना का लाभ लेने में परेशानी आ रही हैं तो उसकी पूरी सहायता करती हंै।

बच्चों की जरूरतों का ध्यान रखती हैं

वह कहती हैं कि रेलवे स्टेशन के पास शेल्टर होम और अनाथ आश्रमों में रहने वाले बच्चों को भोजन और कपड़ों की व्यवस्था तो काफी लोग मिलकर कर देते हैं। लेकिन जब मैं इन बच्चों के पास जाती थी तो कोई बच्चा पेंसिल और कॉपी की फरमाइश करता तो किसी को खिलौनों की जरूरत होती। वहीं बच्चियों को अपने स्तर पर कई तरह के जरूरी समान की जरूरत होती है। इसलिए मैं उनके लिए लिस्ट बनाकर रखती हूं और उनकी जरूरत का सामान लेकर जाती हूं। वह बताती हैं, सभी बच्चों के लिए मैं उनकी मां हूं और बच्चे मुझे छोटी मां और लल्ली मम्मी कहते हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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