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She News: थाली में हो पोषण, ताकि न हो कुपोषण

लोगों को संतुलित आहार के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष 1-7 तक सितम्बर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी स्टेट ऑफ फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रिशन इन द वर्ड 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ल्ड में 11 में से एक व्यक्ति भूख का सामना कर रहा है। वहीं भारत में कुपोषण का यह आंकड़ा 194.6 मिलियन लोगों के साथ सबसे ज्यादा है। इस वर्ष इस सप्ताह की थीम सभी के लिए पौष्टिक आहार है। इस पर आहार विशेषज्ञ ने बताया कि अनाज, फल, सब्जियां, डेयरी प्रोडक्ट्स आदि से मिलकर एक स्वस्थ पौष्टिक थाली तैयार होती है। जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। साथ ही, डाइट समय पर लेना भी जरूरी है।

-अंजली फाटक, आहार विशेषज्ञ

फाइबर युक्त साबुत अनाज – 50%

यह प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्त्रोत है। जिसमें बच्चों को गेहूं की रोटी, चावल, बाजरा, दलिया, मूंग और चना दाल, वहीं किशोरों को जई, ज्वार, मल्टीग्रेन रोटी, राजमा, काले चने और वयस्कों को ब्राउन राइस और ओट्स, छोले, मसूर दाल, उड़द दाल दिए जा सकते हैं। बुजुर्गों को मल्टीग्रेन रोटी, दलिया और दाल दी जानी चाहिए।

फायदा- मांसपेशियों के विकास में लाभकारी एवं ऊर्जा का बेहतर स्त्रोत।

प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ (20%)

दूध, दही व पनीर प्रतिदिन बच्चों की डाइट में शामिल किए जाने चाहिए। किशोर एवं वयस्क काजू, अखरोट, कद्दू के बीज, काले चने और बादाम के रूप में प्रतिदिन प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन कर सकते हैं। वहीं वृद्ध लोगों को हल्की प्रोटीन की मात्रा का सेवन करना चाहिए।

फायदा- हड्डियां और मांसपेशिया मजबूत बनती हैं। साथ ही बालों व त्वचा के लिए भी लाभकारी हैं।

फल एवं सब्जियां (30%)

विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर सेब, केला, संतरा, पपीता बच्चों की थाली में हर दिन शामिल करें। इसके साथ ही गाजर, पालक, टमाटर और हरी सब्जियां भी होनी चाहिए। टीनएजर के लिए उनकी थाली में बेरीज, आम और अमरूद, ब्रोकली, शिमला मिर्च और चुकन्दर को जगह देनी आवश्यक है। वहीं वयस्क लोग सेब, नारंगी, अनार, पालक, फूलगोभी, कद्दू का रोज सेवन कर सकते हैं। बुजुर्ग फल और कम मसाले वाली सब्जियों को प्राथमिकता दें।

फायदा- समग्र विकास के साथ पाचन क्रिया दुरुस्त करते हैं।

स्वस्थ वसा और तेल (5-10%)

स्वस्थ वसा के स्त्रोत के रूप में सभी के लिए जैतून का तेल, सरसों और मूंगफली के तेल का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही ओमेगा 3 फैटी एसिड्स से भरपूर बादाम, अखरोट व फ्लैक्स सीड्स अपने भोजन में शामिल करें। सीमित मात्रा में घी और मक्खन का उपयोग किया जाना स्वास्थ्यकारी होता है।

फायदा- मस्तिष्क और हृदय के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। त्वचा और बालों की चमक बनाएं रखने में मददगार साबित होते हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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