She News: भीख मांगने वाले हाथों में थमाए पेन और कॉपी, 150 से अधिक बच्चों की संवर गई जिंदगी
सडक़ पर भीख मांगने वाले बच्चों के मन में शिक्षा की अलख जगा रही हैं मुम्बई की हेमंती सेन। महज 10 बच्चों से शुरू की गई उनकी इस मुहिम से आज 150 से अधिक बच्चे शिक्षा के मंदिर में दाखिला पा चुके हैं। 28 वर्षीय हेमंती ने 2018 में अकेले ही मुम्बई के कांदिवली रेलवे स्टेशन के पास भीख मांगने वाले बच्चों को स्टेशन पर ही पढ़ाना शुरू किया और आज इस काम में 20 से अधिक लोग उनका साथ दे रहे हैं।
10वीं तक पहुंचे बच्चे
वह कहती हैं, ‘मैंने रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने वाले बच्चों को एबीसीडी और वर्णमाला पढ़ाना शुरू किया था और अब उनमें से कई बच्चे सीनियर कक्षाओं की परीक्षा देंगे। हालांकि इन बच्चों के माता-पिता अनपढ़ हैं, ऐसे में उनके बच्चे 10वीं कक्षा तक पहुंचे, यह इनके लिए बड़ी बात है।’
किया घरवालों के विरोध का सामना
वह कहती हैं ‘इन बच्चों को पढ़ाना इतना आसान नहीं था। शुरुआत में उनके अभिभावकों ने विरोध किया, क्योंकि पढ़ाई के दौरान वे बच्चे भीख नहीं मांग पाते थे, जिस कारण उनके माता-पिता को पैसे नहीं मिलते थे। बाद में रेलवे स्टेशन पर कुछ लोगों ने मेरा विरोध किया कि यहां बच्चों को पढ़ाई नहीं करवा सकती। यहां तक कि लोगों ने कई जगह मेरा आना-जाना तक बंद करवाने की कोशिश की, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और अपना काम करती रही।’