She News: शुद्धता से सफलता, घर की चक्की से पहुंचीं शार्क टैंक तक

अगर आप कुछ करने की चाह रखते हैं तो आप मिट्टी से भी सोना निकाल सकते हैं। यह मानना है पुणे की संगीता शर्मा का। 54 वर्षीय संगीता शर्मा द्वारा परिजनों के लिए पौष्टिक आटा तैयार करने के लिए घर में शुरू की गई उनकी आटा-चक्की 20 हजार वर्ग फीट की फैक्ट्री में बदल चुकी है। उनकी कंपनी का मासिक टर्नओवर 1.20 करोड़ रुपए से अधिक का हो गया है। संगीता को शार्क टैंक टीवी शो में बुलाया गया था, 40 लाख रुपए का फंड भी मिला है। वह कहती हैं कि करीब 10 साल पहले उनके छोटे बेटे की तबीयत खराब हो गई और उसकी सर्जरी करवानी पड़ी। फिर पति का एक्सीडेंट हो गया।
उनकी भी सर्जरी हुई। इस वक्त घर का खर्चा और बच्चों की पढ़ाई काफी मुश्किल से हो पा रही थी। उनके पति भी जॉब करने में असमर्थ हो गए थे। इसलिए उन्हें नियमित आय के लिए काम की तलाश थी। वह नए-नए विचार तलाश रही थी कि उन्हें एक दिन पैकेज्ड आटा लाना पड़ा। पैकेज्ड आटे की रोटी काली होने लगी और खाने में अजीब लगने लगी। फिर उन्हें पता चला कि पैकेज्ड आटे में प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो उसकी गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। तब उनको विचार आया कि अगर वह लोगों को बिना प्रिजर्वेटिव्स वाला शुद्ध आटा उपलब्ध करवाएं, तो यह उनके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है। फिर 2015 में उन्होंने घर में ही आटा चक्की लगाई और कई तरह के अनाजों से शुद्ध आटा तैयार करने लगी।
30 किग्रा से 60 हजार किग्रा तक
संगीता बताती हैं कि यह काम उन्होंने छोटेस्तर पर शुरू किया। वह कहती हैं कि जिस इलाके में हम रहते थे, मैंने वहां आटे की सप्लाई करनी शुरू की। शुरुआत में एक सप्ताह में 30 किग्रा आटा ही बेच पाती थी, फिर लोगों को इसकी क्वालिटी पसंद आने लगी। अब हम ई-कॉमर्स के जरिए देशभर में प्रति सप्ताह 60 हजार किग्रा तक आटा सप्लाई करते हैं।
मिला महाराष्ट्र गौरव सम्मान
वह कहती हैं कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि परिवार के लिए शुरू की गई यह छोटी सी आटा चक्की इस स्तर पर पहुंच जाएगी कि उन्हें कई बड़े टीवी शो में आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें बिजनेस को बढ़ाने के लिए फंडिंग भी मिलेगी। वह कहती हैं कि आज उनकी फैक्ट्री में 25 से ज्यादा लोग काम करते हैं। उनके काम की गुणवत्ता के कारण उन्हें 2023 में महाराष्ट्र गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।