She News: बसंत पंचमी पर पीले रंग का विशेष महत्व.. जानिए मां सरस्वती की पूजा के ​नियम

ऋतुराज बसंत अपनी अनुपम छटा के साथ फूलों की खुशबू बिखेरता है। इस समय प्रकृति अपने अपूर्व सौन्दर्य के साथ खिलखिलाती है। बसंत ऋतु पर हर तरफ हरे-पीले फूलों की चादर बिछी नजर आती है। इस अवसर पर पीले रंग का खास महत्त्व है। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती पूजा की जाती है। देवी सरस्वती के प्रकट होने की कथा भी इसी दिन से जुड़ी हुई है। भारत के साथ बांग्लादेश, नेपाल और चीन में भी ऋतु बसंत के आगमन का पर्व मनाया जाता है। हमारे यहां इस दिन से ही फाग उत्सव की शुरुआत हो जाती है। इस पर्व पर पीले रंग का विशेष महत्त्व है।

मन की स्थिरता का प्रतीक

शास्त्रों के अनुसार इस दिन पीले वस्त्र पहन कर मां सरस्वती की पूजा की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पीला रंग गुरु का रंग है। यह ऊर्जावान रंगों की श्रेणी में माना जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार पीले रंग से दिमागी सक्रियता बढ़ती है। इसके साथ ही यह व्यक्ति के काम करने की क्षमता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। इस रंग से निकलने वाली तरंगें वातावरण में ऐसा आभामंडल बनाती हैैं, जो सभी को प्रभावित करता है। यह रंग मन की स्थिरता का प्रतीक भी माना जाता है।

ऋतु बसंत वातावरण में उत्साह, प्रेम और ऊर्जा का संचार करती है। इस समय ऐसा लगता है जैसे पूरी प्रकृति मुस्कुरा रही हो। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है, जो विद्या की देवी मानी जाती हैं।

-प्रो. विद्या जैन, समाजशास्त्री

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
Back to top button