She News: विदेशों में भाषा की उलझन को सुलझाती तनिष्का

किसी भी देश की भाषा एक ऐसी शैली है, जो लोगों के साथ अपनेपन को जोड़ती है। यह कहना हैं जयपुर की तनिष्का जैन का। 29 वर्षीय तनिष्का एक-दो नहीं बल्कि नौ देशों में अपने देश की भाषा सिखा रही हैं। साथ ही वहां रहने वाले भारतीयों को वहां की स्थानीय भाषा की ट्रेनिंग भी दे रही हैं। फ्रेंच भाषा में कुशल तनिष्का फ्रांस, बेल्जियम, रूस, पोलैण्ड, कनाडा, यूरोप, जर्मनी और स्विट्जरलैण्ड के लोगों को हिंदी सिखाती हैं। वहीं वहां रहने वाले भारतीय लोगों को वहां की स्थानीय भाषा सीखने में भी मदद करती हैं। इसके लिए उन्हें एबेसी ऑफ इंडिया, पेरिस, फ्रांस की तरफ से 2022 में राइजिंग स्टार यूथ अवॉर्ड से समानित भी किया गया।

लोगों को लगता है अपनापन

वह कहती हैं कि जब मैं दूसरे देश में जाकर उनकी भाषा में बात करती हूं तो लोग मुझे बहुत आश्चर्य से देखते हैं। साथ ही वहां रहने वाले भारतीयों से एक अपनापन महसूस होता है।

13 वर्ष की उम्र से की शुरुआत

तनिष्का कहती हैं कि वह एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां ट्यूशन पढ़ाया करती थीं। 13 वर्ष की आयु में उन्होंने भी अपनी मां के साथ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। इससे उनमें सीखने और सिखाने के प्रति जिज्ञासा जाग्रत होती रही। उनकी मां हमेशा उनसे कुछ अलग करने के लिए कहती। मां की प्रेरणा से उन्होंने अलग-अलग भाषाओं को सीखने का मन बनाया और आज वह इस मुकाम तक पहुंची। उन्होंने दो महीने पहले पेरिस में छात्रों को ट्रेनिंग दी और फ्रांस में तेलुगु समुदाय के लिए वर्कशॉप आयोजित की। उन्होंने अभी तक तीन हजार से अधिक छात्रों को अलग-अलग भाषाओं की ट्रेनिंग दी है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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