She News: बच्चों की कल्पनाओं को साकार रूप देती हैं विधि

वंचित समुदाय के बच्चों को सशक्त बनाने और इनकी कल्पनाओं को पन्नों पर उतारने में मदद कर रही हैं बैंगलूरु की 16 वर्षीय विधि गोलछा। विधि इन बच्चों की रचनात्मकता को निखारने के लिए पिछले तीन सालों से काम कर रही हैं। वह कहती हैं कि ये बच्चे कागज और कलम के माध्यम से खुद को अभिव्यक्त कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने इन बच्चों के लिए एक ऐसी किट तैयार की है, जिसमें बच्चों के लिए लैशकार्ड, वर्कशीट और क्ले होती है। इसकी मदद से बच्चे अपनी कल्पनाओं के पात्रों को आकार दे सकते हैं।

विधि ने बताया कि यह किट सभी बच्चों के लिए है, लेकिन कक्षा 8-10 तक के उन बच्चों को नि:शुल्क दी जाती हैं, जिन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पाती। हर रविवार को वह बच्चों को एक पार्क में एकत्रित करती हैं। जहां बच्चे अपनी कहानियां लिखते और सुनाते हैं। विधि करीब 100 बच्चों को पढ़ाने के साथ ही उनकी समस्याएं भी हल करती हैं।

पुरस्कार से बढ़ा हौसला

बचपन से ही लेखन की शौकीन रही विधि ने 2021 में लेखन और रचनात्मकता से संबंधित एक ऑनलाइन कोर्स किया। वह कहती हैं कि इस कोर्स के दौरान मैंने काफी कुछ सीखा और मुझे रचनात्मक लेखन के लिए पुरस्कार भी मिल चुका है। जिससे आगे लेखन के लिए मेरा हौसला बढ़ा। इस पुरस्कार में मिली राशि से मैंने वंचित बच्चों के लिए किट तैयार की। इसके बाद साहित्य के प्रति रुचि के कारण विधि ने बैंगलूरु साहित्य महोत्सव में शोध पत्र लिखा, जिसे पिछले महीने आइआइटी गांधीनगर में क्यूरियोसिटी समेलन में प्रस्तुति देने के लिए चुना गया।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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