She News: राजस्थानी और गुजराती कला का संयोजन करतीं सोनल
सरकारी नौकरी की कोशिश करने वाली सोनल की एक छोटी सी शुरुआत ने उन्हें आज बिजनेस वुमन बना दिया है। जोधपुर की सोनल ने अपने शौक के चलते घर में ही पेंटिंग बनाना शुरू किया और अब यह उनकी आय का जरिया बन चुकी है। राजस्थानी और गुजरात की प्राचीन चित्रकला को पेंटिंग और लिपन आर्ट के जरिए समायोजित कर एक नए रूप में इनकी पेशकश को काफी जगह सराहना मिली है। सोनल की पेंटिंग को जयपुर नगर निगम हैरिटेज के सभा भवन में शामिल किया गया है। साथ ही उनकी लिपन आर्ट कलाकृतियों को कई पुरस्कार प्रदान किए गए हैं।
अन्य महिलाओं को भी सिखाती हैं..
सोनल कहती हैं कि पहले मैं बोटल पर आर्ट बनाने का काम करती थी। मुझे किसी ने कहा कि तुम बहुत अच्छी पेंटिंग करती हो, इसे हार्डबोर्ड पर करना शुरू करो। तब मैंने सोचा कि क्यों नराजस्थानी और गुजराती कला को मिक्स किया जाए। फिर मैंने बनी-ठणी को नए रूप में हार्डबोर्ड पर पेश किया। इसके बाद मैंने इससे कई महिलाओं को जोड़ा। पहले में महज कुछ रुपयों में ही अपनी पेंटिंग्स बेचा करती थी। अब उन्हीं पेंटिंग्स के मुझे एक लाख रुपए तक मिल जाते हैं।