महाकुंभ में जाने की होड़.. नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़, 15 मरे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से 15 लोगों की मौत हो गई। 8 लोग घायल हुए हैं। इनमें कुछ की हालत गंभीर है। लोकनायक अस्पताल में इमरजेंसी विभाग की प्रमुख डॉक्टर ऋतु सक्सेना ने बताया, घायलों में 15 की मौत हो गई है। इनमें 11 महिलाएं, दो पुरुष और दो बच्चे शामिल हैं।

देर रात अपुष्ट सूत्रों के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 और घायलों की संख्या 12 हो गई। हालांकि रेलवे प्रवक्ता ने कुछ लोगों के बेहोश होने और उन्हें अस्पताल पहुंचाने की बात ही स्वीकार की है। रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।

डीएसपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा ने कहा, रात 10 बजे प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस व भुवनेश्वर राजधानी लेट थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म 12,13 और 14 पर मौजूद थे। उसी समय प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफॉर्म नंबर एक के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ जैसी स्थिति हो गई।

महाकुंभ केलिए चार विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा

घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल और दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। भीड़ के बढ़ने को देखते हुए रेलवे ने प्रयागराज महाकुंभ के लिए 4 विशेष गाड़ी चलाने की घोषणा की गई है। इससे भीड़ में कमी आ रही है।

ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह से मची भगदड़

यह घटना नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उस समय हुई, जब अचानक प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के रद्द होने की अफवाह के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि प्लेटफार्म नंबर 14 और 15, जो एक साथ हैं, के बीच अचानक भारी भीड़ पहुंच गई।

मैं बेहद दुखी

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल सभी लोग शीघ्र स्वस्थ हों। अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।’
-नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक्स पर लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण जान-माल के नुकसान और घायल होने की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई है। इस त्रासदी के पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात की है और उन्हें स्थिति को संबोधित करने और उसका समाधान करने के लिए कहा है। मुख्य सचिव को डीडीएमए उपायों को लागू करने और राहत कर्मियों को तैनात करने के लिए कहा गया है। सभी अस्पताल संबंधित आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं। मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को घटनास्थल पर रहने और राहत उपायों को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। मैं लगातार ऑपरेशन की निगरानी कर रहा हूं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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