She News: घर से शुरू किया काम और बन गईं बिजनेस वुमन
कॉटन बैग बनाकर एक अलग पहचान बनाने वाली शीतल ने यह काम अपने घर से शुरू किया और आज वह हाउस वाइफ से एक बिजनेस वुमन बन चुकी हैं। उनका कहना है कि मुबई के जिस एरिया में वह रहती थीं, वहां लड़कियों को ज्यादा पढ़ाया नहीं जाता था। इसलिए 10वीं तक पढ़ाई के बाद शादी कर दी गई। फिर दो बच्चे हुए घर की जिमेदारियों के बीच कुछ करने की चाह हमेशा से मन में थी। इसलिए पति ने फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करवा दिया। इसके बाद 1996 में सिलाई का काम करने लगी। इसी को आगे बढ़ाते हुए मैंने डिजाइनर कॉटन बैग बनाने का काम शुरू किया।
कमी आड़े नहीं आई
शीतल कहती हैं कि 2009 में बैग बनाने का काम शुरू किया। पहले, मैटेरियल लेकर आने से लेकर काटने, सिलाई करने और सप्लाई करने तक का सभी काम मैं ही किया करती थी। लेकिन फिर 2011 में एक्सीडेंट के कारण हाथ में प्रॉब्लम हो गई और डॉक्टर ने सिलाई का काम करने से मना कर दिया। लेकिन मुझे अपना सपना पूरा करना था। इसलिए अपने काम को आगे बढ़ाया, अब कटिंग का काम मैं ही करती हूं और सिलाई का काम अन्य लोगों से करवाती हूं। मुबई, दिल्ली, केरल, गोवा और जयपुर में मेरे बैग्स की काफी डिमांड है।