बंद हुआ पंपों में पेट्रोल-डीजल पहुंचना! एचपी के 850 पंप सूखे, सामने आई ये बड़ी वजह

हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपी) में तकनीकी खराबी के चलते अधिकांश पंप पिछले 5 दिनों से सूखे पड़े हुए हैं। पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति प्रभावित होने के कारण पंपों में नोटिस बोर्ड लगाया गया है। हालांकि एचपी के अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी टीम लगातार सर्वर को ठीक करने में जुटी हुई है। ऑनलाइन सिस्टम में समस्या आने के कारण मैन्युअल काम किया जा रहा है। इसके चलते डीपो से आपूर्ति और वितरण प्रभावित हुआ है।
आज सामान्य की उम्मीद
सोमवार की शाम तक सर्वर के सामान्य होने की उम्मीद जताई है। एचपी पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय पारख के अनुसार डीपो में पर्याप्त मात्रा में स्टॉक है लेकिन, सर्वर ठप होने के कारण आपूर्ति करने में देरी हो रही है। हालांकि इंडियन, ऑयल, भारत पेट्रोलियम और रिलायंस के पंपों में आपूर्ति सामान्य होने के कारण वाहन चालकों पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। बता दें कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में 750 से ज्यादा और रायपुर जिले में करीब 100 पंप हैं। जहां पेट्रोल पंप संचालकों की मांग के आधार पर टैंकरों के जरिए आपूर्ति होती है। लेकिन, सर्वर के ठप होने से विभागीय कामकाज प्रभावित हुआ है।
गिनती के टैंकरों को मिला टोकन
सर्वर में तकनीकी खराबी आने की वजह से डीपो से गिनती की कुछ गाड़ियों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति की गई। बताया जाता है कि पिछले पांच दिनों में प्राथमिकता के आधार पर 20 फीसदी टैंकरों को ऑनलाइन के स्थान पर मैन्युअल टोकन जारी किया गया। इसके चलते दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बता दें कि प्रदेश में 82 लाख से ज्यादा वाहन परिवहन विभाग में पंजीकृत हैं।
साइबर अटैक की आशंका
पेट्रोल पंप संचालकों ने अचानक ही सर्वर के ठप होने पर साइबर अटैक की आशंका जताई है। हालांकि एचपी प्रबंधन ने इससे इंकार करते हुए सर्वर में तकनीकी खामी बताते हुए जल्दी ही इसे ठीक करने का दावा किया है। बता दें कि नियमानुसार प्रत्येक पंप में आपातकालीन स्थिति के लिए पंप की क्षमता के अनुसार 10 फीसदी रिजर्व स्टॉक रखना अनिवार्य है।