तेजी से फैल रहा नए पैटर्न का बुखार, डॉक्टर ने कहा- चार दिनों तक रहेगा असर, बरतें सावधानी
छत्तीसगढ़ में कमजोर पड़े मानसून ने सितम की गर्मी बढ़ा दी है। हफ्तेभर की झड़ी के बाद बीते तीन दिनों से दुर्ग जिले में बारिश नहीं हुई। इससे अधिकतम तापमान औसत से दो डिग्री बढ़कर 32.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। न्यूनतम पारा 24.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। तापमान में हुई वृद्धि और हवा की नमी ने उमस में दोगुने का इजाफा कर दिया है।
बारिश के आसार
मौसम विभाग ने रविवार से हालात बेहतर होने की उम्मीद जताई है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने रविवार को दुर्ग जिले के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। अभी कुछ दिन गर्मी बढ़ेगी। शाम के समय में ही अधिक बारिश की संभावना है।
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तीन दिन में ठीक नहीं हो रहा बुखार
बेचैन करने वाली उमस ने लोगों को बेहाल करके रख दिया है। इस मौसम ने बच्चों और बड़ों दोनों को ही अस्पताल पहुंचाया है। मौसम में घुली नमी से डीहाईड्रेशन की शिकायत बढ़ गई है। सर्दी, खासी के साथ तेज बुखार ने परेशानी बढ़ा दी है। अहम बात यह है कि आमतौर पर वायरल फीवर तीन से चार दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन यह बुखार जल्दी ठीक होने का नाम नहीं ले रहा। नौनिहाल तेज बुखार और सर्दी से परेशान हो रहे हैं। अस्पतालों में सभी बेड भरे हुए हैं।
मर्जी से न लें एंटीबायोटिक
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में इन दिनों तेज बुखार, सर्दी और खांसी यानी वायरल के मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। ओपीडी में सर्वाधिक मरीज वायरल के ही पहुंच रहे हैं। शासकीय अस्पतालों में भी यही हाल है। डॉक्टरों का कहना है कि तेज बुखार आने पर मरीजों को अस्पताल जाना चाहिए। मेडिकल स्टोर्स से लेकर एंटीबायोटिक का सेवन बिल्कुल भी न करें। वायरल के इस नए पैटर्न को देखकर ही डॉक्टर जरूरत पड़ने पर एंटीबायोटिक देंगे। इसका डोज तय करेंगे। स्थिति गंभीर है तो डेंगू की जांच करवाएं। करवाना ही सबसे सुरक्षित रास्ता है। इसे सिर्फ बुखार समझकर टालना गलत साबित हो सकता है।
बरतें सावधानी
बच्चे – अचानक तापमान में उतार-चढ़ाव से वायरल का खतरा बना हुआ है। जिन बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या है तो उन्हें फिलहाल स्कूल नहीं भेजें। अभी वायरल तीन से चार दिनों में ठीक हो रहा है। बच्चों की खास देखभाल बेहद जरूरी है। यदि बुखार तीन दिनों से अधिक बना रहता है तो डॉक्टर को जरूर दिखा लें।
साथ ही पीडीयाट्रिशन डॉ. एपी सावंत ने कहा कि इस मौसम में एक तरह का एयर बॉन्ड वायरल फैला हुआ है। जिससे बड़ों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण हैं। बेहतर होगा कि डॉक्टर को दिखा लें। डेंगू के सिमटम हैं तो तुरंत जांच करवा लें। सर्दी होने पर मास्क लगाएं ताकि दूसरे संक्रमित न हों। सर्दी, खांसी होने पर खासतौर पर बच्चों से खुद को दूर रखें। बेहतर होगा कि कुछ समय के लिए खुद को आइसोलेट कर लें।