CG में शिक्षकों की कमी से गूंजा सदन, CM बोले- छत्तीसगढ़ में शिक्षकों का अनुपात देश की तुलना में बेहतर
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन प्रश्नकाल में प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को लेकर भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने प्रश्न किया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, प्रदेश में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है, जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थीं।
इसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी। इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी। कुछ स्कूलों में जहां विषय संकाय है, वहां शिक्षक नहीं है, जहां विषय संकाय नहीं है वहां शिक्षक हैं। कुछ स्थानों पर राज्य के अनुपात से भी बहुत कम विद्यार्थियों पर शिक्षक है। कुछ स्थानों पर तो 4-5 विद्यार्थी पर एक शिक्षक है।
युक्तियुक्तकरण से स्कूलों को मिलेंगे शिक्षक
युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के लिए ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर दी जाएगी। इससे सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे और शिक्षा का स्तर और भी अच्छा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, शिक्षकों की व्यवस्था के साथ ही अधोसंरचना विकास पर भी हम काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 300 स्कूल शिक्षकविहीन है, जबकि पांच हजार स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक है। इसके अलावा करीब 7 हजार 5 सौ स्कूलों में सरप्लस शिक्षक हैं।