धर्म विरोधियों को ठिकाने लगाना है… कवर्धा में पं. धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री ने ये बड़ी बातें
कवर्धा में आयोजित तीन दिवयीय श्रीराम कथा व श्री हनुमंत कथा रविवार शाम से शुरु हुआ। हजारों श्रद्धालु पहुंचे और बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भजन-कीर्तन में जमकर झूमे। भीड़ अधिक रही जिसके कारण पंडाल के बाहर भी श्रद्धालु मौजूद रहे और उनके कथावाचन का आनंद लिया।
घोठिया रोड़ पर आयोजित कार्यक्रम में सुबह से ही भीड़ जुटने लगा था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सुबह 7 बजे से ही अपनी जगह बना लिए थे। दोपहर को भीड़ शुरु हुई शाम तक चलती रही। कथा शाम सवा पांच बजे के बाद से प्रारंभ हुए।
कवर्धा पहुंचने पर बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जोरदार स्वागत किया गया। बाजे गाजे की धुन और जय जय श्रीराम के जयकारे लगाए गए। वहीं शाम करीब सवा पांच बचे कथा स्थल पर पहुंचे। भजन-कीर्तन से श्रीराम और हनुमंत कथा शुरु की। हनुमान चालीसा के दोहे पर ही संगीतमय कथा का वर्णन किया।
इस दौरान लोगाें को श्रीराम जी व हनुमान जी की भक्ति की बात कहते रहे। पं.शास्त्री ने कहा कि शबरी ने जब भगवान श्रीराम को वन में पा सकते हैं तो क्या हम मन नहीं पा सकते। श्रीराम जी परमात्मा है और हम आत्मा। इस आत्मा को परमात्मा से मिलने का कार्य महात्मा करते हैं और महात्मा कौन हैं, हनुमान जी। इसलिए महात्मा की कथा सुननी चाहिए, जिससे कि हम परमात्मा से मिल सके।
उन्होंने कहा कि मेरे पागलों हनुमान जी का ध्यान करोगे तो दुनिया के दुखों का ध्यान नहीं रहेगा और सुखों का ढेर लग जाएगा। हनुमान जी को सभी देवताओं से वरदान मिला है जिसके कारण वह वीर नहीं महावीर बने। सभी सिद्धियों के दाता बन गए। और इनकी शरण में जो जाता है वह संकट मुक्त हो जाता है।
चखना दुकानों पर प्रशासन को भी लपेटा
पं.शास्त्री ने कथा के दौरान एक बात कर जिक्र किया। कहा कि वह पंडाल की ओर आ रहे थे तो रास्ते पर बहुत सारी दुकानें देखी। इस पर पूछा कि कोई तीर्थ स्थल है कि बड़ी संख्या में दुकानें हैं। इस पर बताया गया कि यहां मदिरालय है। फिर पूछा कि बंद रहता है तो बताया कि रुकता ही कहां है चलते ही रहता है। वह तो आयोजन के चलते प्रशासन ने जबरदस्ती बंद कराया है।
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि वे साल 2023 में छग आए थे। अब 2024 में आए है, साल बदला गया इसके साथ ही छत्तीसगढ़ का हाल बदल गया है। यहां बहुत कुछ बदल गया है। हम किसी के पार्टी के समर्थक नहीं है लेकिन जो राम के हैं उनके समर्थक हैं। रायपुर में मुझसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा व अरूण साल मिले थे।
जो भी धर्म के विरूद्ध काम करेगा, कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए
उन्होंने मुझसे पूछा अब क्या करना है महराज जी। मैने कहा धर्म विरोधियों को अब ठिकाने लगाना है। वहीं बुलडोजर को लेकर उन्होंने कहा कि अभी हाल में कवर्धा में बुलडोजर चला है। जो भी धर्म के विरूद्व काम करेगा, शांति व्यवस्था बिगाड़ने का काम करेगा। उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। हम किसी सरकार के पक्षधर नहीं है, लेकिन जो अन्याय के खिलाफ बुलडोजर चलाए, हम उस बुलडोजर के साथ है।
कथा के दौरान ही पं.शास्त्री बीच में लोगों को हनुमान जी के पागलों, ठठरी के बरी, नक्कटी जैसे शब्दों को उपयोग करते हुए हंसी-ठिठोली भी करते। कथा पूरी तरह से संगीतयम रहा, जिसके कारण पंडाल पर महिलाएं झूमते ही रहे। पहले दिन की कथा साढ़े सात बजे तक चली। वहीं दूसरे दिन सोमवार को सुबह 11 से 1 बजे तक दिव्य दरबार लगेगा, जिसमें लोगाें की अर्जियां सुनी जाएगी। वहीं शाम 4 से 7 बजे तक हनुमान कथा होगी।
पास के बाद भी भटकते रहे लोग
पुलिस प्रशासन ने कुल 18 स्थानों पर पार्किंग स्थल दिया गया है, ताकि लोगाें को परेशानी न हो। लेकिन पार्किंग स्थल काफी दूर-दूर दिया गया, जिसके कारण श्रद्धालुआें को लंबी दूरी चलकर ही तय करनी पड़ी। वहीं वीआईपी पास होने के बाद भी लोगों को काफी भटकना पड़ा।
जिस ओर जाते वहां पर पुलिस जवानों द्वारा नो एंट्री बोल दिया जाता। इसके चलते लोग काफी परेशान रहे। वहीं महत्व केवल वीवीआईपी को ही मिला। पुलिस प्रशासन ने तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं। साथ ही एकेडमी के युवाओं की भी ड्यूटी लगा दी है।