‘क्या तुम पुरुष हो’ इस सवाल ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी

मैंने सिर्फ जिज्ञासावश उससे पूछ लिया था कि क्या तुम पुुरुष हो? बस इस एक शब्द ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। ये कहना है कि ब्रिटेन की 17 वर्षीय युवा महिला फुटबॉलर सेरिस वॉन का, जिन्होंने एक दोस्ताना मैच के दौरान प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी से पूछा था कि क्या वे पुरुष हैं? दरअसल, वो खिलाड़ी ट्रांसजेंडर थी। इसके बाद फुटबॉल एसोसिएशन (एफए) ने पर छह मैचों का प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि बाद में सेरिस के ऊपर लगे सभी आरोप एक अन्य सुनवाई के बाद वापस ले लिए गए, लेकिन सेरिस ने कहा कि यह केस करीब एक साल तक चला और इस दौरान मुझे काफी मानसिक प्रताड़ना से जूझना पड़ा।

रेफरी से की थी शिकायत
सेरिस ने कहा, मुझे अपनी सुरक्षा की भी चिंता थी। मैंने इस बारे में मैच रेफरी से भी बात की थी, जिन्होंने बताया कि वो उस खिलाड़ी के बारे में नहीं जानते। इसके बाद विपक्षी टीम की कप्तान ने हमें बताया कि वो ट्रांसजेंडर है और मुझे उससे यह सवाल नहीं पूछना चाहिए था। यह मेरे लिए अजीब बात थी।
ट्रांसजेंडर महिलाओं के खेलने पर लगा प्रतिबंध
ब्रिटेन में पुरुष से महिला बनीं ट्रांसजेंडर खिलाड़ियो को महिलाओं के मैचों में खेलने की अनुमति थी, बशर्ते कि उनका टेस्टोस्टेरोन स्तर कम हो। लेकिन इस महीने ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि महिला की कानूनी परिभाषा जैविक लिंग पर आधारित है। ऐसे में एफए ने एक जून से ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एफए को मुझसे माफी मांगनी चाहिए
सेरिस ने कहा मेरे खिलाफ शिकायत कर दी गई और उसके बाद चली लंबी सुनवाई के बाद मुझे आरोपी ठहरा दिया गया। इस दौरान मैं डिप्रेशन में चली गई और मुझे काफी मुश्किलों से जूझना पड़ा। मैं अपनी पढ़ाई और अपने खेल पर सही तरीके से फोकस नहीं कर सकी। मैं चाहती हूं कि एफए को गलत सुनवाई के लिए मुझसे मांफी मांगनी चाहिए।
सेरिस वॉन
पिछले साल की घटना यह वाकया जुलाई 2024 का है। राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का सपना देखने वाली सेरिस लंकाशायर में स्थानीय महिला टीम के लिए खेल रही थीं। उन्होंने कहा, मैच शुरू हुआ तो मैंने एक खिलाड़ी को देखा, जो पुरुष की तरह लग रहा था। मैं उसके पास गई और पूछा कि क्या तुम पुुरुष हो पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। मैं जानना चाहती थी कि आखिर लड़कियों के मैच में पुरुष क्या कर रहा है।