पत्नी की बालाजी पर ऐसी आस्था कि आदिवासी युवक ने बनवाया भव्य मंदिर

जगदलपुर. बीजापुर जिले के भोपालपट्टनम नगर में पटेलपारा के आदिवासी युवक ने भगवान बालाजी का भव्य मंदिर निर्माण कर इस क्षेत्र के लिए एक इतिहास रच दिया हैं। भगवान तिरुपति बालाजी कि ऐसी आस्था दिल में जागी कि अपनी पत्नी की मनोकामना पूरी करने अपने घर के बाड़े में यह मंदिर बना दिया है।

पटेलपारा के निवासी युवक दिलीप कोरम अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके घर में उनके पिता कोरम गणपत, भाई मुकेश, बहन अनसुला, संजुला, पत्नी गीता कोरम और उनका लड़का साईंराम कोरम, लड़की नंदनी कोरम हैं। उनकी शादी पढ़ाई करते वक्त काफ़ी कम उम्र में हो चुकी थी।

उनकी पत्नी भी उसी मोहल्ले की रहने वाली हैं। उनका जीवन यापन खेती किसानी और ट्रेक्टर मैकेनिक का काम से चलता है। पत्नी की मनोकामना थी कि भगवान का मंदिर बने और वो पूजा करें। पत्नी के साथ-साथ घर वाले भी उनकी भक्ति से प्रभावित थे। पहले उन्होंने सोचा घर के बाड़े में छोटे से मंदिर का निर्माण करता हूं उनकी कोशिश आज भव्य मंदिर निर्माण का पूरी तरह रूप ले चुकी हैं।

जगदलपुर में बना है पहला मंदिर

बताया जा रहा हैं कि समूचे बस्तर में दूसरा और बीजापुर जिले में पहला बालाजी का मंदिर होगा बस्तर के जगदलपुर में बालाजी का मंदिर हैं। उसके बाद यह बस्तर के अंतिम छोर में मंदिर होगा। बीजापुर जिले के युवक दिलीप कोरम ने एक अच्छी पहल कि हैं और मंदिर के निर्माण की नींव रखी। जिसकी चर्चाएं आज हो रही हैं।

इन प्रतिमाओं की होगी प्राण प्रतिष्ठा

भगवान गणेश, बालाजी, गरुड़, जय विजय, नौ ग्रह की मूर्तियों की स्थापना के साथ में ध्वजाशिखर यन्त्र सहित अन्य प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। 12 अप्रैल को दोपहर 1 बजे अलवेल मंगा पदमावती समेत वेंकटेश्वरा स्वामी जी का कल्याण उत्सव प्रारभ होगाष शाम ठीक 5 बजे से भगवान बालाजी की शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इस दिन अन्नदान आयोजन भी किया जाएगा। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पांच पंडित बाहर से बुलाए गए हैं। तिरुमाला तिरुपति देवस्थान के ट्रस्ट से मूर्ति स्थापना के लिए साढ़े 3 फ़ीट की बालाजी की मूर्ति प्रदान की है।

शुरू में आई परेशानी, फिर राह हुई आसान

भगवान की प्राण प्रतिष्ठा में 10 लाख और खर्च होंगे। इसके लिए भक्तों ने बढ़-चढ़कर सहयोग किया हैं। मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने बड़ी परेशानी उठाई। भगवान का आशीर्वाद ऐसा था कि वे आसानी से सफल हो गए भव्य निर्माण मंदिर कि नींव 14 फरवरी 2024 को रखी गई थी। मंदिर बनवाने के लिए विधायक विक्रम मंडावी ने उन्हें 5 लाख रुपए दिए और कुछ लोगों ने मंदिर निर्माण में कुछ पैसे लगाए। बाकी का पैसा पाई-पाई जमा कर दिलीप ने खर्च किया हैं। मंदिर बनवाने में 15 लाख रुपए का खर्च आया है। भगवान की प्राण प्रतिष्ठा में 10 लाख और खर्च होंगे। इसके लिए भक्तों ने बढ़चढ़कर सहयोग किया हैं।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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