4 जून के बाद छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल में होगा बड़ा बदलाव? दौड़ में कई युवा विधायक
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर गिनती के दिन बचे हैं। सभी की निगाह इस बात पर टिकी हुई है कि केंद्र में किसकी सरकार कितनी सीटों के साथ बनेगी। ठीक इसके उलट छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में मंत्रिमंडल के बदलाव की चर्चा हर नेता की जुबान पर है। दरअसल, भाजपा ने रायपुर लोकसभा सीट से मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पर दांव खेला है। उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है। ऐसे में साय सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल होना तय है। साय सरकार में मंत्री के दो पद खाली होंगे। इन पदों के लिए अनुभवी के साथ-साथ युवा विधायक भी दौड़ में शामिल हो गए हैं। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं। इसे नए और युवा विधायकों की उमीद बढ़ गई है।
दिल्ली तक की दौड़
लोकसभा चुनाव में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को टिकट मिलने के साथ ही कई वरिष्ठ नेताओं की बांछे खिल गई थी। इसके बाद संगठन की तरफ से जो जिमेदारी मिली, उसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाने का प्रयास किया गया। इन सब के बीच दिल्ली की दौड़ भी वरिष्ठ नेताओं ने लगाई है। बृजमोहन के जाने के बाद माना जा रहा है कि रायपुर से ही किसी एक को मंत्री का ताज मिल सकता है। अब देखना यह है कि यह ताज किसी अनुभवी व युवा को मिलता है। बताया जाता है कि पहली बार चुन कर आए नए विधायक ने अपनी लॉबिंग काफी तेज कर दी है। सत्ता से लेकर संगठन तक अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। समाज विशेष से आने वाले नेता को मौका मिलने की भी चर्चा शुरू हो गई है। वहीं चार पूर्व मंत्री भी अपने दावेदारी प्रमुखता से कर रहे हैं। ऐसे में सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बैठाना आसान नहीं होगा।
कई विकल्प की हो रही चर्चा
दो मंत्री की नियुक्ति को लेकर दो तरह की चर्चाएं हो रही है। पहली यह है सरकार चाहे तो एक मंत्री का पद खाली होने पर उनकी जगह दूसरी नियुक्ति जल्द ही कर देगी। इसके बाद बचे एक मंत्री की नियुक्ति नगरीय निकाय चुनाव होने के बाद करेगी। दूसरा इस बात की भी चर्चा है कि सरकार रिक्त होने वाले मंत्री का विभाग दूसरे अन्य मंत्रियों में बांट देगी। इसके बाद जनवरी 2025 में दोनों मंत्रियों की एक साथ नियुक्ति की जाएगी।दरअसल, राज्य निर्माण के बाद ऐसे पहली बार हुआ है कि जब मंत्री का एक पद बीच में खाली हो सकता है। इससे पहले मंत्रियों के विभाग में बदलाव जरूर हुआ है।