अपने सपनों के बारे में स्वतंत्र रूप से सोचें और खुद पर विश्वास रखें
जो कुछ भी मैं आज हूं, उसमें मेरे माता-पिता का बहुत योगदान है, विशेषकर मेरे पिता का। उन्होंने हमेशा मुझे जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। जब मैं सिर्फ 15 वर्ष की थी, तब मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा, ‘शोभा, तुम बहुत इंटेलिजेंट हो, तुम्हें ऐसे साथी की जरूरत है, जिसकी सोच बड़ी हो, जो जीवन में बहुत कुछ करना चाहता हो।’ उस समय मुझे यह अहसास हुआ कि मुझे किसी साथी की तलाश नहीं करनी चाहिए, बल्कि खुद को सफल बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
पेरेंट्स को सलाह मैं सभी पेरेंट्स से यह कहना चाहती हूं कि जब हम समानता की बात करते हैं, तो लड़कियों को अपने सपनों को पूरा करने और शादी को ध्यान में रखते हुए भविष्य की प्लानिंग करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। लड़कियां आत्मनिर्भर बनेंगी, तो उनका भविष्य सुरक्षित रहेगा।
रुचि के आधार पर सपने चुनें
बेटियों को अक्सर यह सिखाया जाता है कि अपने भविष्य और शादी को ध्यान में रखकर ही नौकरी का चयन करें लेकिन मेरा मानना है कि लड़कियों को अपनी रुचि के आधार पर अपने सपने चुनने चाहिए। जब वे अपनी पसंद और रुचि के अनुसार काम करती हैं, तो सफलता उनके साथ होती है। जितना स्वतंत्र होकर सोचेंगे, उतना बेहतर परिणाम मिलेगा। स्वतंत्र रूप से सोचना और खुद पर विश्वास रखना जरूरी है।