छत्तीसगढ़ के इस जिले को बजट में कुछ नहीं मिला! कई मांगे रह गईं अधूरी

साय सरकार ने 2025.26 के बजट में छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों को कुछ न कुछ सौगातें दी है। वहीं दुर्ग संभाग का बलोद जिला इससे अछूता रह गया

मुख्यमंत्री विष्णुदेव सरकार का दूसरा बजट वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पेश किया। जिले के लिए कोई घोषणा नहीं की गई। उम्मीद थी कि कृषि महाविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, ओवरब्रिज, तांदुला-गंगरेल लिंक नहर मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा ने सभी वर्गों के हित और कांग्रेस ने निराशाजनक बताया।

नए रोजगार खाद्य प्रसंस्करण उद्योग

छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां धान, दालें, तिलहन और अन्य खाद्य पदार्थों का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इन उत्पादों के उचित भंडारण, प्रसंस्करण और विपणन की उचित व्यवस्था न होने के कारण किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता।

किसानों, महिलाओं और बेरोजगारों का रखा ध्यान

वित्त मंत्री ओपी चौधरी के बजट पर जिलेवासियों ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों, महिलाओं, बेरोजगारों, शासकीय सेवकों, आदिवासियों, पत्रकारों सहित सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए बेहतरीन बजट पेश किया है। शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा, ग्रामीण एवं शहरी विकास, गुड गवर्नेंस, औद्योगिक विकास, खेल एवं युवा कल्याण, पर्यटन, टेक्नोलॉजी सहित सभी क्षेत्रों के विकास के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान कर राज्य को विकास के पथ पर अग्रणी बनाने कारगार प्रयास किया है।

युवाओं के लिए कई घोषणाएं

अधिवक्ता कमल देशमुख ने कहा कि आज के बजट में मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी गई है, जो कि उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगी। बजट में महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं, जो कि उनके अधिकारों को मजबूत बनाने में मदद करेगी। बजट में युवाओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं, जो कि उनके भविष्य को मजबूत बनाने में मदद करेगी।

अधूरी रह गईं उम्मीदें..

बजट में प्रदेश में 20 हजार नए शिक्षकों की भर्ती का प्रावधान किया गया है।
बालोद जिले को मेडिकल कॉलेज के अलावा ओवरब्रिज की उम्मीद थी।
तांदुला-गंगरेल लिंक नहर के बारे में भी बजट में कोई घोषणा नहीं की गई।
लंबे समय से कृषि कॉलेज की मांग की जा रही है, मामले में भी निराशा हाथ लगी।
53 प्रतिशत महंगाई भत्ते का किया स्वागत।
अनियमित कर्मचारियों के बारे में कुछ नहीं होने से वे भी निराश हैं।
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बालोद शहर कांग्रेस अध्यक्ष अंचल प्रकाश साहू ने कहा कि वेतन विसंगति दूर नहीं, आंबा कार्यकर्ताओं को कुछ नहीं मिला, व्यापारी, युवा हर वर्ग में निराशा का ये माहौल है। सरकार से उम्मीद हार बैठे है।

बालोद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी ने कहा कि बजट नयी पैकिंग में पुराने सामान जैसे है, ना किसानों के प्रोत्साहन के लिए कोई योजना है ना कोई सब्सिडी का प्रावधान। गन्ना किसानों के लिए भी इसमें कुछ नहीं है। बजट इतना निराशाजनक है कि जनता के मन में भी इसे लेकर कोई उत्साह नहीं है।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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