यह हैं आयरनमैन कपल जो 58 साल की उम्र में फिटनेस के लिए करते है रनिंग, स्वीमिंग
भोपाल। यदि आप अपनी सेहत को लेकर जागरूक है और हर पल कुछ नया करने की ख्वाहिश रखतें है तो आप हर असंभव काम को भी संभव बना सकते हैं। ऐसा ही किया है भोपाल की पूनम जोशी ने, 58 साल की उम्र में भी वे फिटनेस के मामले में उन्होंने युवाओं को भी पीछे छोड़ दिया हैं। पति भी आर्मी ऑफिसर हर चुके है। पूनम ने बताया कि 50 की उम्र में लगा कि अब मुझे कुछ नया करना चाहिए। मैंने उस वक्त सेना में पदस्थ पति ब्रिगेडियर राजेश जोशी को आयरनमैन स्पर्धा में भाग लेने के बारे में बताया तो वे भी मेरे साथ ट्रेनिंग करने लगे। साल । 2019 में गोवा में आयोजित देश की पहली आयरनमैन स्पर्धा में हम दोनों ने हिस्सा लिया और इसे पूरा भी किया। इस तरह हम मप्र ही नहीं देश के पहले ऐसे कपल भी बन गए जिन्होंने आयरनमैन का खिताब पाया। हर नई चीज को करने का जोश और जज्बा आज भी बरकरार है। अगले साल होने वाली आयरनमैन के लिए तैयारी कर रही हूं।
फिटनेस के लिए रनिंग शुरू की
साल 2015 में महू में पति की पोस्टिंग के दौरान मैंने फिटनेस के लिए रनिंग करना शुरू किया। इसके बाद कारगिल में पोस्टिंग के दौरान भी वहां भी खुद को फिट रखने रनिंग करती थी। 2017 में जब भोपाल आई तो रन भोपाल रन से जुड़ गई। यहां मैराथन में हिस्सा लिया। रन भोपाल रन की एबेंसेडर बन गई। मैं स्कूल-कॉलेज के बच्चों को फिटनेस और ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूक करती थी। मुझे साइकिलिंग, स्वीमिंग और रनिंग तीनों ही आती थी। मैंने इस बारे में अपने पति को बताया तो उन्होंने कहा कि मैं भी इसका हिस्सा बनूंगा और जिस तरह आर्मी ऑफिसर बनने के लिए फिटनेस बनाई थी , ऐसे ही फिट रहकर रिटायर होना चाहता हूं। इससे युवाओं को अच्छा मैसेज जाएगा।
बड़ा तालाब में की स्वीमिंग
पूनम ने बताया, बड़ा तालाब में स्वीमिंग की प्रैक्टिस करने वाली मैं अकेली महिला होती थी। रोज 5 बजे आयरनमैन की तैयारी करते थे। स्वीमिंग में 1.9 किलोमीटर समुद्र में, 90 किलोमीटर साइकिलिंग और 21.1 किलोमीटर रनिंग कर आयरनमैन की तैयारी पूरी की। देश में कहीं आयरनमैन प्रतियोगिता नहीं होती थी। हम ये सोच ही रहे थे कि देश में जाकर कॉम्पीटिशन में हिस्सा लेंगे, तभी पता चला कि 2019 में गोवा में पहली बार कॉम्पीटिशन होगा।
साड़ी में की 11 किलोमीटर रनिंग
साडीं में 11 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने वाली पूनम कहती हैं कि मैं महिलाओं को ये संदेश दे देना चाहती थी कि मन में जज्बा हो तो कोई परिधान बाधा नहीं बन सकता। मैं एक स्टोरी टेलर भी हूं। अपनी कहानियों के जरिए बच्चों को फिटनेस के लिए मोटिवेट करती हूं। साल 2022 की आयरनमैन प्रतियोगिता में हम दोनों ने फिर हिस्सा लिया। पति तो कॉम्पीटिशन पूरा कर पाए, लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैं रनिंग नहीं कर पाई।