छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव हो सकते एक साथ, डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा- जल्द बनेगी कमेटी
प्रदेश की भाजपा सरकार एक देश एक चुनाव की तर्ज पर एक प्रदेश एक चुनाव की दिशा में पहला बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एक साथ कराने के लिए जल्द ही एक समिति का गठन किया जाएगा। विधानसभा के मानसून में शुक्रवार को विधायक राजेश मूणत की ओर से लाए गए अशासकीय संकल्प के दौरान डिप्टी सीएम व नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव ने यह घोषणा की।
इस घोषणा के बाद विधायक मूणत ने अपना अशासकीय संकल्प वापस ले लिया। वहीं एक प्रदेश एक चुनाव को लेकर विपक्ष ने विरोध भी जताया। विधानसभा में विधायक मूणत ने राज्य में नगर पालिक निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों, जिला पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं अन्य सभी प्रकार के चुनाव एक साथ कराने को लेकर अशासकीय संकल्प लाया। इस पर सत्ता पक्ष की सहमति दिखाई थी, तो विपक्ष ने इसका खुलकर विरोध किया। सदन में चर्चा करते हुए विधायक किरण सिंह देव ने कहा, मुझे नहीं मालूम की इसकी संवैधानिक बाध्यता क्या है? वे एक देश एक चुनाव को सपोर्ट करते हैं। इससे सत्ताधारी पार्टी को काम करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। अभी चुनाव के बाद 3 साल का समय सिर्फ चुनाव में चला जाता है। इस पर कांग्रेस विधायक संगीत सिन्हा ने कहा, 1970 से सभी चुनाव अलग – अलग हो रहे हैं। सभी चुनाव के मुद्दे अलग-अलग होते हैं।
कमेटी की अनुशंसा पर सरकार लेगी फैसला
विधानसभा में डिप्टी सीएम अरुण साव ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा, कैसे एक साथ चुनाव होगा सरकार इस पर परिक्षण करेगी। इसके लिए जल्द ही कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार निर्णय करेंगी। उन्होंने मूणत से अशासकीय संकल्प वापस लेने का आग्रह किया। इसके बाद मूणत ने अशासकीय संकल्प वापस लिया।