महादेव बेटिंग एप का Video और धान ने प्रदेश की सियासत में मचाई हलचल , कांग्रेस और भाजपा खुद को साबित कर रहे ईमानदार
महादेव एप के वीडियों ने मचाई सियासी हलचल
रायपुर। धान और महादेव बेटिंग एप ने छत्तीसगढ़ की चुनावी बिसात में कई मुहरे बिछा दिए है। एक और जहां कांग्रेस धान के जरिए चुनाव जीतना चाहती है तो वहीं भाजपा महादेव बेटिंग एप के जरिए कांग्रेस को धराशाही करना चाह रही है और यहीं वजह रही कि चुनावी मौसम पल-पल बदल रहा है ठीक यही हालात अभी प्रदेश की राजनीति के बने हुए है। कांग्रेस और भाजपा के घोषणा पत्र जारी होने के बाद ही चुनावी माहौल बहुत तेजी से बदला है। हर रोज दोनों पार्टियों की तरफ से अलग-अलग बयान जारी किए जा रहे है।
प्रदेश के पहले फेज के विधानसभा चुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले महादेव बेटिंग एप का सूत्रधार शुभम सोनी का एक विडियों जारी करना और यह बताना कि वो महादेव बेटिंग एप के जरिए सट्टा चला रहा था, लेकिन इस कारोबार में सीएम भूपेश बघेल, रायपुर एसपी प्रशांत और सीएम के कुछ सलाहकार शामिल थे। प्रदेश की राजनीति में खलबली मचाने के लिए काफी था , लेकिन यह सब मामले कितने सही है इसका जवाब जनता 3 दिसंबर को ही देंगी, लेकिन अभी हर व्यक्ति यहीं सोच रहा है कि जनता के लिए कौन सी सरकार सही है।
भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय मीडिया संयोजक एवं प्रयागराज विधायक सिध्दार्थनाथ सिंह रायपुर में पत्रकारों को महादेव एप के सूत्रधार शुभम सोनी के सनसनी खेज खुलासे का ऑडियो विजुअल दिखाते हुए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोलते हुए बताते हैं कि महादेव एप के तार कहां-कहां और किस-किस तक जुड़े हुए है। वीडियों में खुद शुभम सोनी बता रहा है। यह स्पष्ट हो चुका है कि सत्ता के संरक्षण में महादेव एप ने जन्म लिया और फला-फूला है।
ईडी ही भाजपा है और भाजपा ही ईडी है
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी ही भाजपा है और भाजपा ही ईडी है। भाजपा की केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता तथा ईडी ने मिलकर छत्तीसगढ़ के चुनावों से जनता का ध्यान भटकाने प्रदेश के मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का षड़यंत्र रचा है।
कांग्रेस इस तरह समझाती है
ईडी एक ड्राइवर (कैश कुरियर) को पकड़ती है उसके बयान के आधार पर प्रेस नोट जारी करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ऊपर महादेव एप्प से 508 करोड़ रू. लेने का आरोप लगाती है। फिर इसी के संदर्भ में ईडी महादेव एप्प के एक कर्मचारी शुभम सोनी का एक सपोर्टिंग मेल का हवाला देकर इस आरोप की पुष्टि करवाती है।
दूसरे दिन भाजपा के कार्यालय से एक वीडियो जारी होता है जिसमें एक शुभम सोनी नाम का व्यक्ति खुद को महादेव एप्प का मालिक घोषित करता है तथा अभी तक महादेव एप्प के चर्चित मालिक सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल को कर्मचारी बताता है।
सवाल यह खड़ा होता है-
शुभम सोनी के इस वीडियो को भारतीय जनता पार्टी ने क्यों रिलीज किया? भाजपा के पास कहां से आया? यदि यह वीडियो शुभम सोनी ने भाजपा को भेजा है तो उसने भाजपा को ही क्यों भेजा, इनके क्या संबंध है? ईडी इसकी जांच करें भाजपा के पास यह कहां से आया?
वहीं दूसरी और सांसद सुनील सोनी, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, नवीन मारकंडे, डॉ विजय शंकर मिश्रा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन देकर निवेदन किया गया कि महादेव बेटिंग (सट्टेबाजी) एप के संगठित अपराध में संलिप्तता उजागर होने के बाद प्रशांत अग्रवाल को चुनाव के दौरान पुलिस अधीक्षक, रायपुर के पद से हटाया जाए।
अब घोषणा पत्र की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी घोषणा पत्र समिति के संयोजक सांसद विजय बघेल ने कांग्रेस घोषणा पत्र को झूठ का दस्तावेज करार देते हुए कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ की जनता से और कितना झूठ बोलेगी। इनकी झूठी बातों और खोखले वादों पर अब भरोसा करेगा कौन? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी के साथ छत्तीसगढ़ की जनता के भरोसे का संकल्प पत्र हमने जारी किया है। जिसमें राज्य के किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सब के हितों का पूरा ध्यान रखा गया है। हम किसान को कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा देंगे ,दो साल का बकाया बोनस 25 दिसंबर को एकमुश्त मिल जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस द्वारा जारी घोषणा पत्र को पराजय की हताशा का परिचय पत्र बताते हुए कहा है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र बता रहा है, कांग्रेस ने हार मान ली है।
कांग्रेस के घोषणा पत्र को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कांग्रेस का लबारी पत्र बताते हुए कहा कि ऐसा ही एक लबारी पत्र कांग्रेस ने पिछली बार भी जारी किया था, जनता ने उसपर भरोसा किया था
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा द्वारा छत्तीसगढ़ के पत्थलगांव (जशपुर) तथा लैलूंगा एवं छाल (रायगढ़) में आयोजित विशाल जनसभाओं में कहा कि कांग्रेस पार्टी का मतलब है – लूट, भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार, धोखा, विनाशकारी नीति और परिवारवाद (वंशवाद)। यही कांग्रेस की पहचान है। जहां कांग्रेस होगी, वहां भ्रष्टाचार होगा। कांग्रेस और भ्रष्टाचार, एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
नड्डा ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पनडुब्बी घोटाला, कोयला घोटाला, हेलीकॉप्टर खरीद घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला और मनरेगा जैसे सभी बड़े घोटाले हुए। कांग्रेस की बघेल सरकार ने अपने शासन में केवल एक बात की गारंटी दी और वो है लूट, धोखा और भ्रष्टाचार। इस सरकार में ₹2661 करोड़ का शराब घोटाला हुआ, ₹5000 का चावल घोटाला हुआ, ₹540 करोड़ का कोयला घोटाला हुआ। गौठान में भी ₹1300 करोड़ का घोटाला, ₹234 करोड़ का DMF घोटाला हुआ। टीचर्स ट्रांसफर घोटाले की कड़ियां भी भूपेश बघेल के OSD से जुड़ी मिली, उनके घर से इन घोटालों सें जुड़े अवैध लेन देन की राशि बरामद हुई और जिसका परिणाम ये है कि वे बीते डेढ़ साल से जेल की हवा खा रहें हैं।