Delhi Electin 2025: दिल्ली के दिल में कौन? एग्जिट पोल सच तो लौटेगी भाजपा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर किसका राज होगा, जनता ने बुधवार अपना फैसला वोटिंग मशीन में लॉक कर दिया। इसके बाद आए एग्जिट पोलों में करीब 26 साल बाद भाजपा की वापसी के संकेत दिए जा रहे हैं। इससे पहले, विधानसभा की 70 सीटों के लिए सुबह सात से शाम छह बजे तक वोटिंग हुई।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, रात 11 बजे तक 59.05% मतदान हुआ। हालांकि अंतिम वोटिंग प्रतिशत में बदलाव संभव है। 2020 में यहां 62.82% मतदान हुआ था। एग्जिट पोल ऑफ पोल्स में भाजपा को 43 सीट मिलने का दावा किया गया है जो बहुमत के 36 के आंकड़े से काफी ऊपर है। सत्ताधारी आप को मात्र 26 सीट तक सिमटने और कांग्रेस का लगभग सफाया होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। की गई है।
एग्जिट पोल रुझानों का शुरुआती संकेत देते हैं, लेकिन वे हमेशा सटीक नहीं होते। अंतिम परिणाम आठ फरवरी को आधिकारिक मतगणना के बाद घोषित किए जाएंगे। पिछले कई मौकों पर एग्जिट पोल से उलट नतीजे सामने आए हैं।
भाजपा का दमदार प्रदर्शन
ये पूर्वानुमान सही साबित होते हैं, तो भाजपा करीब 26 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर वापसी करेगी और आप के गढ़ को ध्वस्त कर देगी। राष्ट्रीय सुरक्षा, शासन और विकास पर पार्टी के फोकस ने मतदाताओं की भावनाओं को प्रभावित करने में भूमिका निभाई होगी।
आप की गिरती किस्मत?
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, जिसने 2020 में 70 में से 62 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की थी, उसे बड़ा झटका लगता दिख रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में प्रयासों के बावजूद पार्टी अपनी जमीन खोती दिख रही है।
कांग्रेस बनी हुई है एक छोटी खिलाड़ी
दिल्ली की राजनीति में कभी प्रमुख स्थान रखने वाली कांग्रेस अपनी प्रासंगिकता हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही है, तथा सभी एजेंसियों के सर्वेक्षणों में लगभग सफाया होने का अनुमान लगाया जा रहा है।