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She News: जन सहयोग से शुरू किया काम, विश्व स्तरपर बनाई पहचान

वाशिंगटन डीसी में यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट स्पॉन्सर्ड प्रोफेशनल फेलो एक्सचेंज प्रोग्राम में जाह्नवी को उनके सस्टेनेबल प्रोडक्ट के लिए मिला सम्मान…

तीन भारतीयों में चुनी गईं जाह्नवी

दुनिया भर से चुने गए 59 एंटरप्रेन्योर्स में से जाह्नवी देश के तीन लोगों में से एक हैं, जो इस प्रोग्राम के लिए चुनी गईं। जाह्नवी कहती हैं कि हाल ही में ओक्लाहोमा यूनिवर्सिटी गेलॉर्ड कॉलेज ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन से मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले एक डिप्लोमेट के रूप में चुना गया। इस दो माह के प्रोग्राम में यूएस में अपना इनपुट देने के साथ ही प्रोडक्ट को बेहतर बनाने के संबंध में सीखने का मौका मिला।

कभी जन सहयोग से पैसे एकत्रित कर अपने काम की शुरुआत करने वाली भोपाल की जाह्नवी तिवारी ने आज दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है। मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली जाह्नवी अपनी पसंद की यूनिवर्सिटी में पढ़ नहीं सकीं तो उन्होंने अपना खुद का बिजनेस करने का मन बनाया। इसके लिए उन्होंने क्राउड फंडिंग के माध्यम से पैसे एकत्रित किए और 2022 में मैंस्ट्रुअल हाइजीन से संबंधित सस्टेनेबल प्रोडक्ट बनाने वाली कम्पनी की नींव रखी। जाह्नवी को उनके प्रोडक्ट के लिए हाल ही में यूएस डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट स्पॉन्सर्ड प्रोफेशनल फेलो एक्सचेंज प्रोग्राम में चुना गया।

एक फोन ने किया सोचने को मजबूर

जाह्नवी कहती हैं कि महिलाओं को मैंस्ट्रुअल हाइजीन के संबंध में जागरूक करने के लिए 2017 में कुछ दोस्तों के साथ मिलकर अभियान चलाया। इसके अंतर्गत हजारों महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन्स डिस्ट्रीब्यूट किए। इस दौरान एक दिन एक फोन ने मुझे अहसास कराया कि जो काम हम कर रहे हैं वह बहुत कम है। इसके लिए बड़े प्रयास करने होंगे। रिसर्च के बाद ऐसे प्रोडक्ट की तरफ हम बढ़े, जो लीकप्रूफ और रीयूजेबल हो। काफी प्रयासों के बाद आइआइएम अहमदाबाद से कंपनी को 10 लाख रुपए की ग्रांट मिली और काम शुरू किया गया।

Sarita Tiwari

बीते 24 सालों से पत्रकारिता में है इस दौरान कई बडे अखबार में काम किया और अभी वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र रायपुर में अपनी सेवाए दे रही हैं। महिलाओं के मुद्दों पर लंबे समय तक काम किया ।
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