छत्तीसगढ़ी में MA करने वालों की सरकारी नौकरी पक्की! पूर्व सीएम के सवाल पर मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक के बाद एक युवाओं के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है। प्रदेश में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती के ऐलान के बाद अब छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने सदन में स्पष्ट कर दिया है कि जिन्होंने छत्तीसगढ़ी में एमए की डिग्री ली है, उन्हें भी भर्ती में शामिल किया जाएगा।
विधानसभा में आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा मंत्री ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ी में जिनके पास एमए की डिग्री है, क्या उनके लिए भर्ती होगी? इस पर मंत्री ने स्पष्ट किया है कि बिल्कुल जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए की डिग्री ली है, उन्हें भर्ती में शामिल किया जाएगा।
विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नरकाल के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर सवाल किया गया। कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने सवाल किया कि कब तक पाठ्यक्रम में छत्तीसगढ़ी शामिल होगी। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब किया कि छत्तीसगढ़ की राजभाषा छत्तीसगढ़ी को स्कूल शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। शिक्षा सत्र 2020- 21 में प्राथमिक स्तर की पाठ्य पुस्तक में द्विभाषिक रूप से शामिल किया गया है। कक्षा 3 से 5 तक हिंदी भाषा की पाठ पुस्तकों में छत्तीसगढ़ी भाषा की 25% पाठ सामग्री शामिल की गई है।
गोंडी, हलबी, सरगुजिया में भी पढ़ाई का प्रयास
मंत्री ने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक की हिंदी भाषा की पाठ पुस्तकों में छत्तीसगढ़ी भाषा की 30% पाठ सामग्री शामिल की गई है। इसी तरह कक्षा 9 से 10 तक की हिंदी भाषा की पाठ पुस्तकों में भी छत्तीसगढ़ी भाषा की 15% पाठ्य सामग्री शामिल की गई है। छत्तीसगढ़ी के साथ गोंडी, हलबी, सरगुजिया में पढ़ाई का प्रयास करेंगे। इसके साथ उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ी के साथ गोंडी, हलबी, सरगुजिया में भी पढ़ाई का प्रयास करेंगे। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने से पहले जरूरी है। वहीं जवाब से संतुष्टी के बाद अध्यक्ष ने सदन में दूसरा सवाल पेश करने को कहा।