विघ्नहर्ता से सीखिए लाइफ मैनेजमेंट के चार मंत्र, हर क्षेत्रों में मिलेगी कामयाबी
घरों व चौक-चौराहों पर शनिवार को गणपतिजी विराजेंगे। बुद्धि और एकाग्रता के देवता गजाजन को हर कोई घर में सुख समृद्धि और शांति के लिए विराजमान कर चुका है। लंबोदर, विनायक और गजानन… जिस तरह गणपति के अनेक नाम हैं, उसी तरह इनके गुण भी हैं। अपने नाम से साथ जहां यह महत्व रखते हैं, वहीं युवाओं को जीवन में प्रेरित कर रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि प्रथम पूज्य जीवन में कई अच्छी बातों की सीख देते हैं। वे जहां माता-पिता और रिश्तों के लिए समर्पण का भाव रखने की सीख देते हैं, वहीं आत्मसम्मान और परिवार की रक्षा करने की हिम्मत भी प्रदान करते हैं। गणेश चतुर्थी के मौके भी आइए जानते हैं लंबोदर से मिलने वाली ऐसी ही सीख, जो युवाओं की पथप्रदर्शक बनती है। इस संबंध में हमने कुछ युवाओं और लाइफ कोच से भी बात की और जाना कि बप्पा से हम क्या सीख सकते हैं और उनकी बातें कितनी प्रेरक हैं।
आप सर्वश्रेष्ठ है:
सीख: गणपति का शीर्ष हाथी का है। ईश्वर ने जो रंग-रूप और काया दी है, उसका सम्मान करें। लोगो की बातों को अनदेखा कर खुद पर फोकस करें।
रिश्तों को सम्मान
सीख: माता-पिता में सम्पूर्ण ब्रह्मांड देखने की सीख गणपति से लेने की आवश्यकता है। भाई और बहन पर आए संकट से निपटने का दायित्व भी लंबोदर से सीखा जा सकता है।
कर्तव्यनिष्ठा का भाव
सीख: गजानन अपने काम को लेकर कर्तव्यनिष्ठ थे। उन्हें जो छोटा या बड़ा काम दिया जाता था, वे अपने मूसक दोस्तों के साथ अति उत्साह से करते थे। यह सीख युवाओं को भी जीवन में अपनाने की जरूरत है।
वचनबद्ध और स्वाभिमानी
सीख: लंबोदर के जीवन से वचनबद्ध रहने और अपने स्वाभिमान के लिए डटे रहने की सीख लेने चाहिए। उन्होंने मां की आज्ञानुसार पहरेदारी करते हुए अपना शीष गंवा दिया था ऐसे में यदि कोई वादा आपने लिया है तो उसे हर हाल में पूरा करने की क्षमता आपने होनी चाहिए।