महादेव सट्टा एप: मूणत के सवाल पर डिप्टी सीएम बोले- मछली ही नहीं मगरमच्छ भी जरूर पकड़ा जाएगा
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के प्रश्नकाल में आज महादेव सट्टा एप का मामला गूंजा। विधायक राजेश मूणत ने महादेव सट्टा एप मामला उठाते हुए संलिप्त अफसरों को बचाने का आरोप लगाते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा से सवाल किया। इस पर मंत्री ने भरोसा दिलाया कि मछली ही नहीं अगर मगरमच्छ भी होगा तो जरूर पकड़ा जाएगा।
राजेश मूणत ने कहा कि महादेव एप का गोरखधंधा न सिर्फ राज्य में बल्कि राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है। वैशालीनगर विधानसभा से ही करीब बीस हजार युवा महादेव सट्टा से जुड़े हैं। यहां से करीब 90 केस दर्ज किए गए हैं। यह संवेदनशील मुद्दा है। सवाल किया कि मामले में किन-किन लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई हुई?
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जवाब दिया। कहा कि इस मामले की जांच जारी है। तथ्य प्रमाणित होने के बाद विष्णुदेव सरकार कार्रवाई करने में एक घंटा भी नहीं लगाएगी। मंत्री ने बताया कि इस प्रकरण में यह बात सामने आई थी कि चार्टर प्लेन से जिन्हें शादी में दुबई ले ज़ाया गया था, उनका भी डिटेल्स हम निकलवा रहे हैं। सबसे पूछताछ होगी।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 90 एफआईआर दर्ज हुई है। इनमें से 67 प्रकरणों में से 54 पर चालान पेश हो गया है। दुबई में रह रहे छत्तीसगढ़ के लोग ही इसका संचालन कर रहे हैं। लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ है। रेड कॉर्नर नोटिस दिया गया है। प्रत्यर्पण के लिए प्रयास चल रहा है।
इस कांड में जिन अधिकारियों की भूमिका पाई गई है, उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है। दो जेल में हैं। कुछ सस्पेंड हैं। राजेश मूणत युवा मोर्चा से हैं, और मैं भी युवा मोर्चा से हूँ। जो आग उनके दिल में है, वही आग मेरे दिल में भी है। जैसे ही फ़ैसला आ जाएगा। विष्णुदेव सरकार को एक घंटा भी नहीं लगेगा कार्रवाई करने में देरी नहीं करेगी।
राजेश मूणत ने कहा कि रविकान्त नाम के एक व्यक्ति का थाने में दर्ज बयान सामने आया है कि उसे उसके दोस्त ने बैंक में खाता खुला दिया. उसके खाते में पैसा आने लगा उसे ही नहीं पता. ऐसे एक नहीं हजारों प्रकरण है. यदि इस तरह के करोड़ों के लेन-देन का मामला संज्ञान में आ गया है, तो फिर कार्रवाई करने में देरी क्यों हो रही है.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग के लिए पूर्व में प्रावधान नहीं था. नये नियम में प्रावधान जोड़े गये हैं. इस प्रकरण में जांच जारी है. पूरी ताक़त के साथ इस मामले की जांच की जाएगी. किसी दल की परवाह किए बग़ैर जो जो इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके ख़िलाफ़ एक घंटे में कार्रवाई होगी.
राजेश मूणत ने कहा कि इस मामले में वही अधिकारी जवाब तैयार कर रहे हैं, जो इस पूरे काकस में शामिल हैं. चंद्रभूषण वर्मा का बयान केंद्रीय एजेंसी ने लिया था. उस बयान का क्या हुआ? किन अधिकारियों को बचाने का काम हो रहा है. महादेव एप मामले में किसी अधिकारी को एक करोड़ महीना, किसी को पचास लाख रुपए महीना दिया गया. ऐसे अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग से यह बताया गया है कि ईडी की तरफ से अब तक सरकार को ऐसी कोई जानकारी साझा नहीं की गई. कोई मछली ही नहीं, मगरमच्छ भी होगा तो ज़रूर पकड़ा जाएगा.
राजेश मूणत ने सवाल उठाया कि जिन लोगों के खिलाफ जांच होनी है, वही सिस्टम में बैठे हैं. वहीं बीजेपी विधायक रिकेश सेन ने कहा कि पुलिस अधिकारियों और नेताओं के पास भी महादेव एप की आईडी थी. पुलिस अधिकारी जो बार-बार महादेव एप को संरक्षण देते रहे, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि क़ानून का राज होना चाहिए. अधिकारियों के संदर्भ में जो चिंता सदस्यों को हैं. बस प्रमाणित होने की देरी है. जैसे ही तथ्य प्रमाणित होगा किसी को नहीं छोड़ा जाएगा. बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि गृहमंत्री स्टेट प्लेन लेकर यूपी चले जायें और योगी जी से मिल आये. दो-चार लोगों के घरों में बुलडोज़र चलवा दे.
बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि यदि युवाओं का भविष्य सुरक्षित करना चाहते हैं. तो ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाये. बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि अब तक छोटे-छोटे लोगों पर कार्रवाई हुई है. उप मुख्यमंत्री का जवाब पर्याप्त नहीं है. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि इस मामले में ईडी जांच कर रही है. जांच अंतिम चरणों में है.
राजेश मूणत ने अफसरों पर टिप्पणी की कि आप किसे बचा रहे हैं. ये किसी के नहीं है. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ईडी की प्रेस रिलीज में बहुत सारे नाम है. ईडी जैसे ही हमें इसकी अधिकृत जानकारी देगी, हम कार्रवाई करेंगे।